सीधे मुख्य सामग्री पर जाएं

KBC में 1 करोड़ जीतने वाले जसकरण की जेब में आएगा कितना रूपया, कितना लगेगा टैक्स 7 करोड़ जीतते तो कितना मिलता

 Tax on winning Money : कौन बनेगा करोड़पति के 15वें सीजन का पहला करोड़पति विजेता सामने आ चुका है. पंजाब के जरकरन ने 1 करोड़ का इनाम जीता है. लेकिन, क्‍या आप जानते हैं कि इसमें से कितनी रकम टैक्‍स के रूप में चुकानी पड़ेगी और कितना पैसा आपके हाथ में आएगा. तो आइए जानें...

 

महानायक अमिताभ बच्‍चन (Amitabh Bachchan) के मेगा शो कौन बनेगा करोड़पति (KBC) में हिस्‍सा लेकर करोड़ों कमाने का ख्‍वाब तो सभी देखते हैं. कुछ लोग इसमें से इनाम की रकम तक पहुंच भी जाते हैं, लेकिन क्‍या आपको पता है कि असल में आपके पास इनाम की कितनी रकम आती है. जीते गए पैसों पर कितना इनकम टैक्‍स चुकाना पड़ता है.

KBC winner jaskaran

दरअसल, इनकम टैक्‍स कानून के मुताबिक इनाम में जीती राशि पर भी कर चुकाना पड़ता है. अब आप सोच रहे होंगे कि जिस आदमी ने इनाम का पैसा जीता है, उसके स्‍लैब के हिसाब से टैक्‍स वसूला जाता है तो गलत हैं. इनकम टैक्‍स विभाग इन पैसों पर स्‍लैब के बजाए सीधे 30 फीसदी का टैक्‍स वसूलता है. इतना ही नहीं वसूले गए टैक्‍स पर 4 फीसदी का सेस भी लिया जाता  है।

 

कितना रूपया जीता है जसकरन ने

केबीसी के 15वें सीजन के पहले करोड़पति विजेता बने हैं पंजाब के जसकरन सिंह. उन्‍होंने अमिताभ बच्‍चन के सवालों के जवाब देकर पूरे 1 करोड़ रुपये का इनाम जीता है. लेकिन, आपको पता है कि टैक्‍स की रकम काटकर उनके हाथ में कितना पैसा आएगा. जसकरन ने कहने को तो 1 करोड़ का इनाम जीता है, लेकिन उनके हाथ में सारा पैसा नहीं मिलेगा.


कितना कटेगा इनकम टैक्‍स

अगर इनकम टैक्‍स नियमों की बात करें तो जसकरन को जीती गई 1 करोड़ रुपये की रकम पर सीधे 30 फीसदी यानी 30 लाख रुपये तो टैक्‍स देने पड़ेंगे. इनाम की राशि पर इतने से ही छुटकारा नहीं मिलता है, बल्कि अगर आपके जीत की रकम 50 लाख रुपये से ज्‍यादा है तो काटे गए टैक्‍स पर 10 फीसदी सरचार्ज भी देना पड़ता है. 1 करोड़ से ज्‍यादा की राशि पर यह सरचार्ज 15 फीसदी रहता है. इस तरह, आप 30 लाख का 10 फीसदी यानी 3 लाख रुपये सरचार्ज भी चुकाएंगे।

 

फिर सेस देने के बाद कितना बचेगा

अब काटे गए कुल टैक्‍स की रकम पर आपको 4 फीसदी सेस के रूप में चुकाने होंगे. सेस एजुकेशन और कृषि क्षेत्र के लिए वसूला जाता है. इस तरह आपको 33 लाख रुपये के टैक्‍स पर 4 फीसदी सेस के रूप में भी देने होंगे, जो 1.32 लाख रुपये होंगे. इस तरह आपकी ओर से 1 करोड़ पर कुल 34.32 लाख रुपये का टैक्‍स चुकाना होगा. आपके हाथ में आएंगे सिर्फ 65.68 लाख रुपये।

7 करोड़ जीतने पर कितना हाथ में आएगा

अगर आप केबीसी में 7 करोड़ की रकम जीतते हैं तो इसका 30 फीसदी यानी 2.10 करोड़ रुपये तो सीधे टैक्‍स के रूप में देने होंगे. अब इस टैक्‍स पर 15 फीसदी यानी 31.5 लाख रुपये सरचार्ज के रूप में चुकाने पड़ेंगे, क्‍योंकि 1 करोड़ से ज्‍यादा इनाम पर 15 फीसदी सरचार्ज लगता है. इस तरह कुल टैक्‍स कटौती हो गई 2,41,50,000 रुपये. इस रकम पर आपको 4 फीसदी सेस भी देना होगा जो 9.66 लाख रुपये होगा. इस तरह, आपको 7 करोड़ के इनाम में से 2,51,16,000 रुपये सिर्फ टैक्‍स के रूप में चुकाने होंगे. इस रकम को काटकर शेष 4,48,84,000 रुपये आपके हाथ में आएंगे।


इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

कौन हैं Math's Masti वाले शिक्षक से यूट्यूबर और फिर ग्राम प्रधान बनें विपिन सर? जीवनी, आयु, वेतन, प्रेमिका पत्नी, और अधिक

Image source-google    विपिन सर (मैथ्स मस्ती) की जीवनी विपिन सर एक गणित शिक्षक , यूट्यूबर और वर्तमान में अपने ग्राम पंचायत के ग्राम प्रधान ( मुखिया ) भी हैं। वह एक कड़ी मेहनत और सिर्फ़ कड़ी मेहनत का एक आदर्श उदाहरण हैं जो आज हजारों नहीं बल्की लाखों युवाओं के मेंटर भी हैं। वह यूटयूब पर भारत का नंबर एक गणित शिक्षक हैं। यूटयूब पर मैथ्स मस्ती नाम पढ़ाते हुए मशहूर हुए। इसके अलावा अपने अच्छे कामों के वजह से इतने लोकप्रिय हुए की उनके ग्राम के लोगों ने उन्हें अपने पंचायत के मुखिया तक चुन लिया।      विपिन सर (मैथ्स मस्ती) का बचपन  वे एक ऐसे व्यक्ति हैं जो बहुत ही गरीब परिवार में बिहार राज्य के वैशाली जिला के सलहा पंचायत में हुआ। उनके घर की आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं थी इसलिए उनके घर में इनसे पहले कोई भी ज्यादा पढ़ाई पूरी नहीं कर पाते थे।   नाम विपिन कुमार राय पिता जी का नाम रामनरेश राय माता जी का नाम ज्ञात नहीं  जन्म तिथि 15-06-1991 जन्म स्थान महमदपुर (वैशाली) जिला वैशाली (बिहार) शैक्षणिक योग्यता इंटरमीडिएट विवाह 2012 पत्नी का नाम शालू यादव  ...

जेल में पढ़कर पास की BPSC परीक्षा, हथकड़ी लगे हाथों से लिया ज्वाइनिंग लेटर; रचा नया इतिहास!

 हथकड़ी में सफलता! जेल में पढ़कर पास की BPSC परीक्षा, ज्वाइनिंग लेते ही रचा नया इतिहास  पटना: मेहनत और हौसले के आगे कोई भी दीवार बड़ी नहीं होती—इस कहावत को बिहार के बिपिन कुमार ने सच कर दिखाया है। बेऊर जेल में बंद इस कैदी ने ऐसा करिश्मा किया, जिसे सुनकर हर कोई दंग रह गया। जेल की सलाखों के पीछे रहकर उन्होंने BPSC परीक्षा पास की और अब हथकड़ी लगे हाथों से शिक्षक पद के लिए ज्वाइनिंग लेटर प्राप्त किया। कैसे बनी ये अनोखी कहानी? गया जिले के मोहनपुर थाना क्षेत्र के एरकी गांव के निवासी बिपिन कुमार पर पोक्सो एक्ट के तहत मामला दर्ज है और वह पिछले डेढ़ साल से जेल में हैं। लेकिन उन्होंने अपनी हालातों को कभी अपनी कमजोरी नहीं बनने दिया। जेल में ही पढ़ाई जारी रखी और आखिरकार BPSC शिक्षक भर्ती परीक्षा पास कर ली। रविवार को जब बोधगया के महाबोधि कन्वेंशन सेंटर में ज्वाइनिंग लेटर वितरण समारोह आयोजित हुआ, तो हथकड़ी लगे हाथों से बिपिन कुमार ने ज्वाइनिंग लेटर लिया। यह दृश्य देखने वालों के लिए हैरान करने वाला था। क्या उनकी नौकरी सुरक्षित रहेगी?  हालांकि, उनकी नियुक्ति फिलहाल औपबंधिक (Provisional) ...

बिहार के गांव के लड़के ने रचा इतिहास: बना जूनियर वैज्ञानिक, मिली बड़ी उपलब्धि!

बिहार के गांवों में छिपी प्रतिभाओं ने एक बार फिर से अपनी काबिलियत का लोहा मनवाया है। एक साधारण परिवार से आने वाले इस होनहार लड़के ने अपनी मेहनत और लगन से ऐसा कारनामा कर दिखाया, जो दूसरों के लिए प्रेरणा बन गया है। इस प्रतिभाशाली छात्र को जूनियर वैज्ञानिक के तौर पर बड़ी पहचान मिली है। ग्रामीण परिवेश में सीमित संसाधनों के बावजूद इतनी बड़ी सफलता हासिल करना युवाओं के लिए प्रेरणादायक है। दिव्यांशु भूषण की यह उपलब्धि उन छात्रों के लिए एक प्रेरणा है, जो बड़े सपने देखते हैं और कठिन परिश्रम से उन्हें पूरा करने की कोशिश करते हैं। उनके माता-पिता का गर्व स्वाभाविक है, और क्षेत्र के लोग भी उनकी इस सफलता से गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं। प्रेरणा देने वाली कहानी यह लड़का बिहार के एक छोटे से गांव का रहने वाला है, जो समस्तीपुर जिला के विद्यापति नगर प्रखंड के बाजीतपुर गांव का सुदूर क्षेत्र है। जहां न तो तकनीक की भरमार है और न ही उच्च शिक्षा के साधन। बावजूद इसके, उसने अपनी पढ़ाई और वैज्ञानिक अनुसंधान में रुचि से यह मुकाम हासिल किया। सीमित संसाधनों के बावजूद उसने विज्ञान और तकनीक में गहरी रुचि दिखाई। जू...