सीधे मुख्य सामग्री पर जाएं

प्रेमानंद जी महाराज की अनकही कहानी

  Untold story of Premanand ji Maharaj:

प्रेमानन्द जी महाराज का जन्म एक सात्विक और विवेक परिवार में हुआ था उनकी पैदायशी एक गरीब ब्राम्‍हण परिवार में कानपुर उत्तर प्रदेश में हुआ। उनका बचपन का नाम अनिरुद्ध कुमार पांडे रखा गया।

Untold-story-of-Premanand-ji-Maharaj

प्रेमानंद जी महाराज जी की माता का नाम श्रीमती रामा देवी और पिता का नाम श्री शंभू पाण्‍डेय था। इन्हें पीले बाबा के नाम से भी जाना जाता  

Premanand ji maharaj: देश में यदि अभी सबसे अधिक किसी संत की चर्चा हो रही है तो वह हैं वृंदावन वाले प्रेमानंद जी महाराज। राधारानी की भक्ति में लीन रहने वाले प्रेमानंद महाराज का दर्शन पाने के लिए सड़कों पर लंबी लाइन लगी रहती है। प्रेमानंद महाराज का उपदेश सुनने के लिए भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान विराट कोहली से लेकर कई सांसद, नेता और अभिनेता आ चुके हैं। प्रेमानंद महाराज 17 साल से बिना किडनी के जी रहे हैं। यह भी लोगों को हैरान करता है। तो चलिए आज हम आपलोगों को बताएंगे कि प्रेमानंद महाराज कितने पढ़े लिखे हैं? वे संन्यासी जीवन में कैसे आए?

प्रेमानन्द जी महाराज की पढ़ाई लिखाई:

 प्रेमानंद महाराज (premanand ji maharaj)का जन्म अखरी गांव, सरसोल ब्लॉक, कानपुर, उत्तर प्रदेश में हुआ था उनका परिवार बहुत साधारण था इसलिए उनका बचपन बहुत ही साधारण रूप से बीता। उनके पिता भी बेहद धार्मिक प्रवृति के इंसान थे। वह खेती करने के साथ-साथ भगवान की बहुत अधिक पूजा करते थे। प्रेमानंद महाराज की पढ़ाई की बात करें तो वह पांचवीं कक्षा से ही अध्यात्म की तरफ जुड़ गए थे। जब वे 9 वी कक्षा में आए तब उन्होंने ईश्वर की खोज करने के लिए आध्यात्मिक जीवन जीने का दृढ़ निश्चय कर लिया था। इसके लिए वह मोह माया के साथ-साथ सब कुछ त्यागने को तैयार थे। उन्होंने अपनी मां को अपने निर्णय के बारें में बताया। 13 वर्ष की उम्र में महाराज जी ने एक दिन मानव जीवन जीने के पीछे की सच्चाई जानने के लिए अपना घर त्याग कर दिए।

 

प्रेमानन्द जी महाराज के शुरूआती दिनों का जीवन:

संन्यासी के रूप में उनका अधिकतर समय गंगा नदी के किनारे बीतता था। ज्यादा समय गंगा नदी के साथ बिताने से उन्होंने गंगा नदी को अपनी दूसरी मां के रूप में स्वीकार कर लिया। वे खाना, मौसम और कपड़े की परवाह किये बिना ही वाराणसी और हरिद्वार नदी के घाटों पर घूमते रहे। वह भोजन के लिए 15 से 20 मिनट बैठते थे यदि कहीं से भोजन आ जाता तो कर लेते नहीं तो गंगाजल पीकर उपवास कर लेते।

Xxxxxx 

प्रेमानंद जी महाराज (Premanand Maharaj) के वृंदावन पहुंचने की दिलचस्प कहानी है। दरअसल, एक दिन एक अपरिचित संत उनसे मिलने आए और उन्होंने श्री चैतन्य लीला और रात्रि में रासलीला मंच में आने के लिए आमंत्रित किया। लेकिन प्रेमानंद महाराज उस समय उस संत को नहीं पहचानते थे तो जाने से इनकार कर दिया। फिर वह संत काफी आग्रह करने लगे फिर प्रेमानंद महाराज तैयार हो गए और चैतन्य लीला और रासलीला देखने गए पहुंच गए। यहां समय बीताने के बाद वह यहीं रम गए। एक महीने बाद जब आयोजन खत्म हो गया तब वह वापस लौट गए लेकिन अब उनका मन दोबारा इस रासलीला को देखने का करने लगा।  

बाद में प्रेमानंद महाराज जी उसी संत के पास गए जो उन्हें आमंत्रित करने आए थे। उनसे मिलकर महाराज जी कहने लगे, मुझे भी अपने साथ ले चलें, जिससे कि मैं रासलीला को देख सकूं। इसके बदले मैं आपकी सेवा करूंगा। संत ने कहा आप वृंदावन आ जाएं, वहां आपको हर दिन रासलीला देखने को मिलेगी। संत की यह बात सुनते ही, महाराजी को वृंदावन आने की ललक लगी और तभी उन्हें वृंदावन आने की प्रेरणा मिली। इसके बाद महाराज जी वृंदावन में राधारानी और श्रीकृष्ण के चरणों में आ गए और भगवद् प्राप्ति में

 लीन हो गए।

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

कौन हैं Math's Masti वाले शिक्षक से यूट्यूबर और फिर ग्राम प्रधान बनें विपिन सर? जीवनी, आयु, वेतन, प्रेमिका पत्नी, और अधिक

Image source-google    विपिन सर (मैथ्स मस्ती) की जीवनी विपिन सर एक गणित शिक्षक , यूट्यूबर और वर्तमान में अपने ग्राम पंचायत के ग्राम प्रधान ( मुखिया ) भी हैं। वह एक कड़ी मेहनत और सिर्फ़ कड़ी मेहनत का एक आदर्श उदाहरण हैं जो आज हजारों नहीं बल्की लाखों युवाओं के मेंटर भी हैं। वह यूटयूब पर भारत का नंबर एक गणित शिक्षक हैं। यूटयूब पर मैथ्स मस्ती नाम पढ़ाते हुए मशहूर हुए। इसके अलावा अपने अच्छे कामों के वजह से इतने लोकप्रिय हुए की उनके ग्राम के लोगों ने उन्हें अपने पंचायत के मुखिया तक चुन लिया।      विपिन सर (मैथ्स मस्ती) का बचपन  वे एक ऐसे व्यक्ति हैं जो बहुत ही गरीब परिवार में बिहार राज्य के वैशाली जिला के सलहा पंचायत में हुआ। उनके घर की आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं थी इसलिए उनके घर में इनसे पहले कोई भी ज्यादा पढ़ाई पूरी नहीं कर पाते थे।   नाम विपिन कुमार राय पिता जी का नाम रामनरेश राय माता जी का नाम ज्ञात नहीं  जन्म तिथि 15-06-1991 जन्म स्थान महमदपुर (वैशाली) जिला वैशाली (बिहार) शैक्षणिक योग्यता इंटरमीडिएट विवाह 2012 पत्नी का नाम शालू यादव  ...

जेल में पढ़कर पास की BPSC परीक्षा, हथकड़ी लगे हाथों से लिया ज्वाइनिंग लेटर; रचा नया इतिहास!

 हथकड़ी में सफलता! जेल में पढ़कर पास की BPSC परीक्षा, ज्वाइनिंग लेते ही रचा नया इतिहास  पटना: मेहनत और हौसले के आगे कोई भी दीवार बड़ी नहीं होती—इस कहावत को बिहार के बिपिन कुमार ने सच कर दिखाया है। बेऊर जेल में बंद इस कैदी ने ऐसा करिश्मा किया, जिसे सुनकर हर कोई दंग रह गया। जेल की सलाखों के पीछे रहकर उन्होंने BPSC परीक्षा पास की और अब हथकड़ी लगे हाथों से शिक्षक पद के लिए ज्वाइनिंग लेटर प्राप्त किया। कैसे बनी ये अनोखी कहानी? गया जिले के मोहनपुर थाना क्षेत्र के एरकी गांव के निवासी बिपिन कुमार पर पोक्सो एक्ट के तहत मामला दर्ज है और वह पिछले डेढ़ साल से जेल में हैं। लेकिन उन्होंने अपनी हालातों को कभी अपनी कमजोरी नहीं बनने दिया। जेल में ही पढ़ाई जारी रखी और आखिरकार BPSC शिक्षक भर्ती परीक्षा पास कर ली। रविवार को जब बोधगया के महाबोधि कन्वेंशन सेंटर में ज्वाइनिंग लेटर वितरण समारोह आयोजित हुआ, तो हथकड़ी लगे हाथों से बिपिन कुमार ने ज्वाइनिंग लेटर लिया। यह दृश्य देखने वालों के लिए हैरान करने वाला था। क्या उनकी नौकरी सुरक्षित रहेगी?  हालांकि, उनकी नियुक्ति फिलहाल औपबंधिक (Provisional) ...

कौन है यूट्यूबर Nitish Rajput? | नीतीश राजपूत जीवनी, कुल संपत्ति, आयु, प्रेमिका, परिवार और अधिक

                        Image source-twitter  नीतीश राजपूत एक YouTuber, सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर हैं। उन्होंने टिकटॉक पर अपने वीडियो बनाना शुरू कर दिया। टिकटॉक पर नीतीश राजपूत के वीडियो प्रेरक और ज्ञानवर्धक होते थे, जिससे उन्हें काफी प्रसिद्धि मिली थी। लेकिन टिकटॉक अब भारत में बैन हो गया है। अब नीतीश अपने वीडियो यूट्यूब पर शेयर करते हैं। नीतीश राजपूत जीवनी  नीतीश ने टिकटॉक वर्सेज यूट्यूब विषय पर एक वीडियो बनाया था जो काफी चर्चा में रहा था और इस वजह से नीतीश को काफी पहचान भी मिली थी।  यूट्यूब पर नीतीश के और भी वीडियो हैं, जो अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं और लोग उन्हें पसंद भी कर रहे हैं।  नीतीश राजपूत ने शिक्षा व्यवस्था पर एक वीडियो बनाया था जो काफी वायरल हुआ था और खूब सुर्खियां बटोर रहा था।   नीतीश राजपूत का बचपन   और सपने  बाकी बच्चों की तरह नीतीश राजपूत बचपन में एक बेहद साधारण से बच्चे हुआ करते थे।  पढ़ने-लिखने की नौकरी पाने वालों में से एक नीतीश कुमार राजपूत में बचपन से ही कुछ बड़ा क...