पाकिस्तान के खूबसूरत धोखे में फंसे बिहारी की पूरी कहानी; भक्त अब मिलिट्री इंटेलिजेंस के कब्जे में Hunny trap
आपने अक्सर सुना होगा कि... धोखा एक खूबसूरत एहसास होता है। सोशल मीडिया के जमाने में तो यह बात लगभग 100 फीसदी सही है। यह इस बिहारी को अंदाजा नहीं था। पाकिस्तानी खूबसूरती के धोखे में फंसा और फिर डूबता गया। अब तो पूरे परिवार की पूरी जिंदगी उलझ गई है।
मिथिलांचल की बोली मीठी है। इस मैथिल ब्राह्मण परिवार में भी सब मीठा बोलते हैं। लेकिन, अब सब रो रहे हैं। इस परिवार का लड़का भक्त बंशी झा जिससे मीठी-मीठी बातें कर रहा था, वह उसकी जिंदगी को बुरी तरह उलझा गई है। उसे लग रहा था कि आरुषि के रूप में पहचान बढ़ाने वाली महिला उसकी मीठी बातों से प्रभावित है। लेकिन, वह तो थी पाकिस्तानी धोखा। ऐसा धोखा, जिसने भक्त के पूरे परिवार को पूरी जिंदगी के लिए उलझा दिया है। दरभंगा के मनीगाछी थाना क्षेत्र के चनौर गांव में पिता आठ-आठ आंसू रो रहे हैं। मां रोते-रोते बेहोश हो रही हैं। पत्नी को यकीन नहीं हो रहा कि पेट काटकर पैसे भेजने वाला उसका पति उसे और उसके दोनों बच्चों को गांव में छोड़कर पाकिस्तानी धोखे में फंसकर अब मिलिट्री इंटेलिजेंस की गिरफ्त में है। कभी छूटेगा या नहीं, छूटा तो जिंदगी कैसी होगी- ढेर सारे सवाल मन में है।
कोलकाता से स्पेशल टास्क फोर्स ने पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी के हनी ट्रैप हुए भक्त बंशी झा को गिरफ्तार किया है। 36 साल के भक्त बंशी झा को पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई के दो एजेंटों को महत्वपूर्ण सैन्य सूचनाएं मुहैया कराने के मिलिट्री इंटेलिजेंस के इनपुट पर दबोचा गया है। शुक्रवार को उसकी गिरफ्तारी की खबर जब गांव पहुंची तो सब सन्न रह गए। कोई इस बारे में बात नहीं कर रहा था, क्योंकि यह परिवार देशभक्त और समाजसेवी के रूप में जाना जाता है। किसी से दुश्मनी नहीं रखने वाला। मुफलिसी के बावजूद अच्छे संबंधों को जीने वाले इस परिवार से वास्ता रखने वाले लोग अब भी यकीन नहीं कर पा रहे कि भक्त बंशी झा ऐसा कर सकता है। गांव के लोग उसे जगत झा के नाम से भी जानते हैं। नौ और सात साल के उसके बच्चों को भी यकीन नहीं है कि उसके पिता ने ऐसा कुछ किया होगा। लेकिन, जगत झा के पिता त्रिलोक नाथ झा कहते हैं- "हम क्या कर सकते हैं! अगर ऐसा कर्म किया होगा तो उसका फल भगवान देंगे। हम तो सच्चे देशभक्त हैं। जगत कैसे फंसा या कैसी मजबूरी रही होगी, क्या जानें! हम इस देश के सिस्टम पर भरोसा करते हैं। जो सही होगा, वह होगा।"
प्रवासी मजदूर से अलग नहीं कहानी
भक्त बंशी झा के पिता त्रिलोक नाथ झा बहुत ही गरीब तबके के किसान हैं। परिवारजनों के अनुसार, जगत ने गांव से 2015 मैट्रिक स्तर तक पढ़ाई की और फिर कमाने के लिए दिल्ली चला गया। वहां वह एक कोरियर कम्पनी में काम करता था। उसे 12 हजार रुपये मिलते थे, जिसमें से प्रतिमाह वह दो हजार रुपये घर भेजता था। इसी से माता-पिता परिवार चलाते थे। पांच साल तक दिल्ली में वह पत्नी और बच्चों के साथ रहा। वह कम्पनी बंद हो गई तो इसी साल मई में गांव आया और करीब दो महीने यहीं रहा। फिर पत्नी और बच्चों को गांव में ही छोड़कर वह कोलकाता चला गया। वहां वह एक प्राइवेट कम्पनी में काम कर रहा था। परिवार वालों को कोलकाता की कंपनी के बारे में पता चलता, इससे पहले 24 अगस्त को वहीं से वह गिरफ्तार हो गया। 25 अगस्त को किसी मित्र ने गिरफ्तारी संबधित सूचना कॉल कर घर पर दी। खबर आते ही परिवार पर कहर टूट पड़ा। जगत की मां रानी देवी रोते-रोते बेहोश हो रही हैं। वहीं चनौर के मुखिया मदन यादव ने बताया कि भक्त बंशी झा का पूरा परिवार पूजा पाठ से जुड़ा है। गिरफ्तार युवक की भी गांव में कोई संदिग्ध गतिविधि नहीं रही है। लेकिन वहां जाने के किस तरीके से राष्ट्र विरोधी कार्यो में जुड़ ये गाँव वालों की समझ मे नही आ रहा है। इस खबर गांव के लोग भी परेशान हैं।
किस नाम पर क्या दे आया नापाक हाथों में
बताया जाता है कि भक्त बंशी झा पाकिस्तानी युवती के प्रेमजाल में ऐसा फंसा कि उसके बताए अनुसार देश के सैन्य ठिकानों की तस्वीर व वीडियो उसे भेजता गया। अपनी पहचान आरुषि बताने वाली महिला ने भक्त से खुलकर अश्लील बातें कीं और उसे पूरी तरह अपने रंग में रंग लिया। इसके बाद अपने हिसाब से भक्त बंशी से काम कराया। इतना ही नहीं, भक्त ने उसके बताए शख्स को अपने नाम से मोबाइल सिम भी लेकर दिया। पाकिस्तानी एजेंटों की ट्रैकिंग में भक्त बंशी से जुड़ाव की कहानी निकली और मिलिट्री इंटेलिजेंस ने पाया कि इसने कई संवेदनशील भारतीय सैन्य ठिकानों से संबंधित जानकारी, तस्वीर और वीडियो उस महिला को उपलब्ध कराए। महिला ने सेना कवर करने वाली रिपोर्टर बहन के नाम पर भक्त बंशी से यह सब काम कराया। मोबाइल सिम लेने वाले की पहचान अपने पिता के रूप में करायी।
जगत के 16 फेसबुक अकाउंट की जांच
अबतक की जांच में सामने आया है कि भक्त बंशी झा ने फेसबुक पर 16 अकाउंट बना रखे हैं। सभी अकाउंट में सिर्फ महिलाएं ही फ्रेंड लिस्ट में शामिल हैं। एक-दो ही पुरुष कहीं हैं। सभी अकाउंट में नाम के सिवा और कोई जानकारी नहीं दी है। दो अकाउंट में ही उसने अपनी दो तस्वीर अपलोड की है। इनमें एक में दिल्ली और दूसरे में कोलकाता में रहने की जानकारी दी है। फेसबुक अकाउंट की तस्वीरों से उसका मिलान हो चुका है और अब उससे जुड़े सोशल मीडिया खातों, ईमेल पतों, मोबाइल सिम, आवाजाही के सारे ठिकानों की जांच की जा रही है।