दूध का रेट लगातार बढ़ता जा रहा है. बिहार में पैकेट दूध भी 56 रुपए लीटर तक बिक रहा है. लेकिन आपको यह जानकर आश्चर्य होगा कि बिहार के वैशाली जिले में एक ऐसा मंदिर है, जहां शुद्ध दूध महज 10 रुपए लीटर में बिकता है.
जी हां, यह सोलह आना सच है. दरअसल, हाजीपुर के पानापुर लंगा गांव में किसानों के शंकर भगवान कहे जाने वाले भुइंया बाबा का मंदिर है. जहां पशुपालक गंगाजल की जगह दूध चढ़ाते है. यहां ना सिर्फ वैशाली, बल्कि उत्तर बिहार के कई जिलों से पशुपालक भुइंया बाबा को दूध चढ़ाने आते हैं. इस कारण हर सोमवार और शुक्रवार को दूध की नदी बहती है. इसके अलावा दशहरा और बसंत पंचमी को तो यहां लाखों लीटर दूध चढ़ाया जाता है. इसी दूध को सहेजकर लोगों को बेचा जाता है.दरअसल, 17वीं शताब्दी में बाबा बसावन भुइंया नाम के एक चरवाहा हुआ करते थे. वह किसानों मवेशियों की देखभाल और इलाज किया करते थे.
इस कारण देखते ही देखते बाबा बसावन किसानों और पशुपालकों के मसीहा बन गए. यही कारण है कि सदियों से बाबा बसावन भुइंया की लोग पूजा करते हैं. मान्यता है कि किसी भी मवेशी को बच्चा होता है या वह बीमार हो जाती है, तो लोग बाबा से मन्नत मांगते हैं. पशु के ठीक होने पर पशुपालक यहां दूध चढ़ाने भारी तादाद में आते हैं।
पहले बर्बाद हो जाता था दूध:
पहले बर्बाद हो जाता था दूध जिस जगह आज भव्य मंदिर बना हुआ है, वहां कभी एक बरगद का पेड़ हुआ करता था. भक्तों के द्वारा चढ़ाया जाने वाला दूध भी बर्बाद हो जाता था. लेकिन धीरे-धीरे मंदिर में चढ़ने वाले दूध को बेचने की योजना बनाई गई. इससे होने वाली आमदनी से मंदिर के जीर्णोद्धार का काम शुरू किया गया और आज वहां भव्य मंदिर बनकर तैयार है. यहां की खास बात यह भी है कि मंदिर प्रबंधन कमेटी के सदस्यों के घर में होने वाली शादी से लेकर बीमारी या अन्य परेशानियों का वक्त उनकी आर्थिक मदद भी की जाती है।
गरीबों को 10 रुपए लीटर बेच दिया जाता है दूध
मंदिर से जुड़े लोग बताते हैं कि पहले यहां हजारों लीटर दूध बर्बाद हो जाता था. लेकिन बाद में मंदिर प्रबंधन ने दूध के लिए एक व्यवस्था बना दी. इसके तहत दूध को सहेजने की व्यवस्था की गई. अब यह दूध स्थानीय गरीब तबके के लोगों को 10 रुपए लीटर बेच दिया जाता है. जबकि बाकी लोगों के लिए 15 रुपए प्रतिलीटर का रेट निर्धारित किया गया है. वहीं, भोज या किसी आयोजन के लिए यदि कोई दूध खरीदना चाहता है, तो 25 रुपएप्रति लीटर उपलब्ध कराया जाता है।