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कम उम्र में दाढ़ी के सफेद होने के पीछे हैं ये 3 वजह, आप भी लीजिए जान करिए उनका इलाज

 

सफेद दाढ़ी के कारण: (because of the white beard) कुछ समय पहले तक 40 की उम्र का आंकड़ा पार चुके लोग ही बाल और दाढ़ी रंगीन किया करते थे सफेदी छुपाने के लिए जबकि अब कम उम्र के लड़के भी डाई का इस्तेमाल करने लगे हैं. इसके पीछे आखिर क्या वजह है?

         Image source-google 

मुख्य फैक्ट्स का सार:

आप आहार में साइट्रस फूड, बेरी और हरी पत्तेदार सब्जियां ज्यादा खाएं.

काफी समय खुद को तनाव में रहना आपके दाढ़ी का रंग काले से सफेद कर सकता है.

स्मोकिंग जैसा नशा भी दाढ़ी के सफेद होने का कारण हो सकता है.

 

विस्तार से 

 कम उम्र में बाल सफेद होने को लेकर लोग चिंतित तो हैं ही अब दाढ़ी के रंग में भी उम्र से पहले सफेदी आने लगी है जिससे लोगों की परेशानी और बढ़ गई है. कुछ समय पहले तक 40 की उम्र का आंकड़ा पर चुके लोग ही बाल और दाढ़ी रंगीन किया करते थे सफेदी छुपाने के लिए जबकि अब कम उम्र के लड़के भी डाई (dye for white hair prevent) का इस्तेमाल करने लगे हैं. इसके पीछे आखिर क्या वजह है कि उम्र से पहले दाढ़ी का रंग सफेद हो रहा है. आज इसी समस्या को लेख के माध्यम से समझने की कोशिश करेंगे. हम आपको बताएंगे 4 महत्वपूर्ण बातें या यूं कहें आपकी दिनचर्या की रोज की लापरवाहियां कैसे आपको 25 से 30 साल की उम्र में ही बुढ़ापे का अहसास करा रही हैं.

दाढ़ी सफेद होने का कारण (because of whitening beard ) मेलेनिन, एक ऐसा पिंगमेंट है जो आंख, बाल और स्किन की प्राकृतिक रंग और चमक बनाए रखने का काम करता है. यह एक रंगद्रव्य जो अधिकतर जीवों में पाया जाता है. इसकी कमी शरीर में हो जाती है तो बाल, आंख और त्वचा की रंगत प्रभावित होती है. इसलिए आप अपने खान पान (diet) में साइट्रस फूड, बेरी और हरी पत्तेदार सब्जियां खाएं. यह मेलेनिन का उत्पादन शरीर में बढ़ाने का काम करेंगी.

वहीं, कम उम्र में बाल और दाढ़ी के सफेद होने के पीछे की वजह अनुवांशिक हो सकती है. ऐसी स्थिति में आपके पास एक ही विकल्प है कि आप अपने खान पान में विटामिन सी और अन्य पोषक तत्वों को बढ़ाएं. और साथ ही व्ययाम का भी सहारा ले सकते हैं. इससे आप थोड़ा सा सुधार ला सकते हैं.

 

स्मोकिंग, ड्रिकिंग जैसा नशा भी कम उम्र में दाढ़ी और बाल के सफेद होने का कारण हो सकती है. ज्यादा स्मोकिंग करने से ब्लड वेसल्स सिकोड़ने लगते हैं जिससे हेयर फॉलिकल्स तक रक्त का प्रवाह ठीक ढ़ंह से नहीं हो पता है जिससे भी दाढ़ी का रंग काले से सफेद होने लगता है.

इस बात का ख्याल रखें कि इन मामलों में डॉक्टर से सलाह जरूर लेना चाहिए। इस लेख की सारी बातें से bharatprime.com  सहमत नहीं है।




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