सीधे मुख्य सामग्री पर जाएं

हार्दिक पंड्या होंगे भारत के नए टी 20 कप्तान! इस बात पर मची टीम में खलबली

   

टी20 वर्ल्ड कप सेमीफाइनल में इंगलैंड के हाथों भारत की शर्मनाक हार के बाद हार्दिक पंड्या को टी20 टीम का कप्तान बनाए जाने की खबर ने भारतीय क्रिकेट में खलबली मचा दी है।

      Image source-google 

इंग्लैंड ने रोहित शर्मा की कप्तानी में टीम को 10 विकेट से हराकर हर भारतीय का सपना तोड़ दिया था. इस शर्मनाक हार के बाद भारतीय क्रिकेट में हार्दिक पंड्या को टी20 टीम का कप्तान बनाने की मांग उठने लगी है. इस मांग के साथ भारतीय क्रिकेट में भी खलबली मच गई है. 2024 में खेले जाने वाले टी20 वर्ल्ड कप से पहले पंड्या को कप्तान बनाने की मांग किसी और ने नहीं, बल्कि भारतीय चयन समिति के पूर्व चेयरमैन के श्रीकांत ने की.

आगे उन्होंने कहा पंड्या को अगले टी20 वर्ल्ड कप से पहले टी20 टीम का नियमित कप्तान बनाना चाहिए. पिछले 6 वर्ल्ड कप में भारत 5 बार नॉकआउट से बाहर हुआ है. श्रीकांत ने स्टार स्पोर्ट्स के एक शो में कहा कि देखिए, यदि मैं चयन समिति को चेयरमैन होता तो मैं कहना चाहूंगा कि पंड्या को 2024 वर्ल्ड कप में कप्तान होना चाहिए.

वर्ल्ड कप ज्यादा दूर नहीं इसलिए आज से ही शुरू करें वर्ल्ड कप की तैयारी

श्रीकांत ने आगे कहा कि आपको आज से ही वर्ल्ड कप की तैयारी शुरू कर देनी चाहिए. आपको समझने की जरूरत है. इसीलिए 2 साल पहले ही तैयारी शुरू कर देनी चाहिए. उन्होंने कहा कि आप जो कुछ भी करना चाहते हैं, फिर चाहे वो किसी तरह के प्रयोग हो या फिर कुछ और, उसे सालभर के अंदर ही कर लें और 2023 तक टीम तैयार करें. साथ ही ये भी सुनिश्चित करें कि वो ही टीम वर्ल्ड कप खेलें.

1983, 2007 और 2011 तीनों वर्ल्ड कप में हमारे पास ये चीजें थी तभी हम जीते थे कि...

श्रीकांत ने कहा कि 2024 वर्ल्ड कप से पहले तेज गेंदबाज ऑलराउंडर को खोजना होगा. ज्यादा तेज गेंदबाजी ऑलराउंडर की भारत को काफी जरूरत है. 1983, 2007 और 2011 तीनों वर्ल्ड कप में हमारे पास तेज गेंदबाजी ऑलराउंडर थे. उन्होंने कहा कि दीपक हुड्डा जैसे खिलाड़ियों को खोजने की जरूरत है.



इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

कौन हैं Math's Masti वाले शिक्षक से यूट्यूबर और फिर ग्राम प्रधान बनें विपिन सर? जीवनी, आयु, वेतन, प्रेमिका पत्नी, और अधिक

Image source-google    विपिन सर (मैथ्स मस्ती) की जीवनी विपिन सर एक गणित शिक्षक , यूट्यूबर और वर्तमान में अपने ग्राम पंचायत के ग्राम प्रधान ( मुखिया ) भी हैं। वह एक कड़ी मेहनत और सिर्फ़ कड़ी मेहनत का एक आदर्श उदाहरण हैं जो आज हजारों नहीं बल्की लाखों युवाओं के मेंटर भी हैं। वह यूटयूब पर भारत का नंबर एक गणित शिक्षक हैं। यूटयूब पर मैथ्स मस्ती नाम पढ़ाते हुए मशहूर हुए। इसके अलावा अपने अच्छे कामों के वजह से इतने लोकप्रिय हुए की उनके ग्राम के लोगों ने उन्हें अपने पंचायत के मुखिया तक चुन लिया।      विपिन सर (मैथ्स मस्ती) का बचपन  वे एक ऐसे व्यक्ति हैं जो बहुत ही गरीब परिवार में बिहार राज्य के वैशाली जिला के सलहा पंचायत में हुआ। उनके घर की आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं थी इसलिए उनके घर में इनसे पहले कोई भी ज्यादा पढ़ाई पूरी नहीं कर पाते थे।   नाम विपिन कुमार राय पिता जी का नाम रामनरेश राय माता जी का नाम ज्ञात नहीं  जन्म तिथि 15-06-1991 जन्म स्थान महमदपुर (वैशाली) जिला वैशाली (बिहार) शैक्षणिक योग्यता इंटरमीडिएट विवाह 2012 पत्नी का नाम शालू यादव  ...

जेल में पढ़कर पास की BPSC परीक्षा, हथकड़ी लगे हाथों से लिया ज्वाइनिंग लेटर; रचा नया इतिहास!

 हथकड़ी में सफलता! जेल में पढ़कर पास की BPSC परीक्षा, ज्वाइनिंग लेते ही रचा नया इतिहास  पटना: मेहनत और हौसले के आगे कोई भी दीवार बड़ी नहीं होती—इस कहावत को बिहार के बिपिन कुमार ने सच कर दिखाया है। बेऊर जेल में बंद इस कैदी ने ऐसा करिश्मा किया, जिसे सुनकर हर कोई दंग रह गया। जेल की सलाखों के पीछे रहकर उन्होंने BPSC परीक्षा पास की और अब हथकड़ी लगे हाथों से शिक्षक पद के लिए ज्वाइनिंग लेटर प्राप्त किया। कैसे बनी ये अनोखी कहानी? गया जिले के मोहनपुर थाना क्षेत्र के एरकी गांव के निवासी बिपिन कुमार पर पोक्सो एक्ट के तहत मामला दर्ज है और वह पिछले डेढ़ साल से जेल में हैं। लेकिन उन्होंने अपनी हालातों को कभी अपनी कमजोरी नहीं बनने दिया। जेल में ही पढ़ाई जारी रखी और आखिरकार BPSC शिक्षक भर्ती परीक्षा पास कर ली। रविवार को जब बोधगया के महाबोधि कन्वेंशन सेंटर में ज्वाइनिंग लेटर वितरण समारोह आयोजित हुआ, तो हथकड़ी लगे हाथों से बिपिन कुमार ने ज्वाइनिंग लेटर लिया। यह दृश्य देखने वालों के लिए हैरान करने वाला था। क्या उनकी नौकरी सुरक्षित रहेगी?  हालांकि, उनकी नियुक्ति फिलहाल औपबंधिक (Provisional) ...

बिहार के गांव के लड़के ने रचा इतिहास: बना जूनियर वैज्ञानिक, मिली बड़ी उपलब्धि!

बिहार के गांवों में छिपी प्रतिभाओं ने एक बार फिर से अपनी काबिलियत का लोहा मनवाया है। एक साधारण परिवार से आने वाले इस होनहार लड़के ने अपनी मेहनत और लगन से ऐसा कारनामा कर दिखाया, जो दूसरों के लिए प्रेरणा बन गया है। इस प्रतिभाशाली छात्र को जूनियर वैज्ञानिक के तौर पर बड़ी पहचान मिली है। ग्रामीण परिवेश में सीमित संसाधनों के बावजूद इतनी बड़ी सफलता हासिल करना युवाओं के लिए प्रेरणादायक है। दिव्यांशु भूषण की यह उपलब्धि उन छात्रों के लिए एक प्रेरणा है, जो बड़े सपने देखते हैं और कठिन परिश्रम से उन्हें पूरा करने की कोशिश करते हैं। उनके माता-पिता का गर्व स्वाभाविक है, और क्षेत्र के लोग भी उनकी इस सफलता से गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं। प्रेरणा देने वाली कहानी यह लड़का बिहार के एक छोटे से गांव का रहने वाला है, जो समस्तीपुर जिला के विद्यापति नगर प्रखंड के बाजीतपुर गांव का सुदूर क्षेत्र है। जहां न तो तकनीक की भरमार है और न ही उच्च शिक्षा के साधन। बावजूद इसके, उसने अपनी पढ़ाई और वैज्ञानिक अनुसंधान में रुचि से यह मुकाम हासिल किया। सीमित संसाधनों के बावजूद उसने विज्ञान और तकनीक में गहरी रुचि दिखाई। जू...