गुरु पूर्णिमा का विशेष महत्व आइए जानते हैं इस दिन हमारे गुरु की पूजा की विशेष महत्व को। हमारे पहली गुरु तो मां होती है लेकिन आपको बता दें ये गुरु पूर्णिमा मां के लिए हैं या गुरु के लिए चलिए आगे जानते हैं।
गुरु पूर्णिमा की शुरुआत आषाढ़ माह की पूर्णिमा तिथि से हुई थी हिंदू पंचाग के अनुसार से आज 13 जुलाई को गुरु पूर्णिमा हैं गुरु पूर्णिमा आज किनकी जयंती पर आयोजित किया जाता है इस तिथि को वेद व्यास की जयंती भी मनाई जाती है और इनकी पूजा भी की जाती है इस शुभ मुहूर्त पर महर्षि वेद व्यास का जन्म भी हुआ था और महर्षि वेद व्यास को प्रथम गुरु का स्थान का दर्जा दिया गया है। वेद व्यास जी का पूरा नाम कृष्ण-द्वैपायन बादरायण वेदव्यास है।
इनका जन्म एक द्वीप के अंदर हुआ था वर्ण श्याम था इनका पिता का नाम महर्षि पराशर था और इनकी माता श्री का नाम सत्यवती था। वेदों को उत्पन करने के वजह से इनका नाम वेदव्यास तथा बदरीवन में रहने के कारण इनका नाम बादनारायण भी कहा जाता है। वेद व्यास एक दिव्य शक्ति संपूर्ण महापुरुष है इन्होंने सबसे बड़े काव्य ग्रंथ महाभारत के बारे मे लिखे हैं। इनके लिखे जैसे लगता है वेद व्यास के रूप मे स्वयं भगवान आए हो और महाभारत के बारे में 18 महापुराणों तथा ब्रह्मसूत्रों को लिखा हो।
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