सीधे मुख्य सामग्री पर जाएं

सिर्फ 5 मिनट में चमकाए अपने घर के काले पड़े स्विच बोर्ड

 
स्विच बोर्ड साफ करते वक्त सावधान रहना चाहिए, पानी छिड़कने से करेंट लगने का भी डर रहता है। हाथों में गलव्स और पैरों में रबर

सावधानी: स्विच बोर्ड साफ करते वक्त सावधान रहना चाहिए, पानी छिड़कने से करेंट लगने का भी डर रहता है।

हाथों में गलव्स और पैरों में रबर की चप्पल पहनकर ही सफाई करें। इसके अलावा मेन स्विच को ऑफ जरूर करें। 

               

आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में लोगों के पास समय नहीं है कि जरूरी काम को समय रहते पूरा किया जाए छोटे-छोटे ऐसे कई काम होते हैं जिसके लिए हम अधिक समय खर्च नहीं कर सकते ऐसे समय में घरेलू नुस्खे बहुत उपयोगी होते हैं।

कमरे की साफ-सफाई हम नियमित करते हैं, लेकिन स्विच बोर्ड काले ही नजर आते हैं। वैसे इसे साफ करने के कई तरीके हैं जिससे स्विच बोर्ड पर मौजूद दाग-धब्बे और गंदगी 5 मिनट में चली जाएगी। आज के इस ख़बर में हम आपको बताएंगे कि कैसे घरेलू नुस्खों के द्वारा आप बिजली के बोर्ड को साफ कर सकते हो और चमका सकते हैं।

               

नेलपेंट रिमूवर से मिनटों में साफ़ हो जाएंगे 

आपके घर में ये होता ही है ऐसे में अगर आपके पास इसका लिक्विड है तो कॉटन में इसे डिप करें और फिर स्विच बोर्ड की सफाई करें। एक बार इससे साफ़ करने के बाद आपको फर्क नजर आने लगेगा। दाग-धब्बे हल्के हो जाएंगे। इसके बाद दोबारा इसे लगाएं  पांच मिनट में आपको एकदम क्लीन स्विच बोर्ड नजर आएगा।

शेविंग करने वाले क्रीम से करें स्वीच बोर्ड की सफ़ाई 

शेविंग क्रीम लें और उसे स्विच बोर्ड पर लगाएं। कुछ  मिनट बाद टूथ ब्रश लें और उस पर रगड़ें, चार मिनट बाद सूती कपड़े से उसे पोंछ दें। दाग अधिक गहरा है तो फिर से इस प्रक्रिया को दोहराएं और साफ करें। आखिर में सूती कपड़े को हल्का गीला करें और फिर उससे स्विच बोर्ड को पोंछ दें। स्वीच बोर्ड बिल्कुल क्लीन नज़र आएंगे।

टॉयलेट क्लीनर से करें क्लीन 

आपके आस पास के मार्केट में कई तरह के टॉयलेट क्लीनर उपलब्ध होंगे, इनमें से कोई भी एक टॉयलेट क्लीनर लें इसे ब्रश पर लगाएं और फिर स्विच बोर्ड पर रगड़ें। दाग-धब्बे चले जाएं तो साफ और सूखे सूती कपड़े से इसे पोंछ दें। 

           

नींबू और नमक का करें इस्तेमाल 

नींबू और नमक से भी स्विच बोर्ड की सफाई कर सकते हैं। इसके लिए नींबू को दो हिस्से में काट लें और फिर इसे नमक में डिप करें और उससे स्विच बोर्ड को रगड़ें। दो मिनट के लिए छोड़ दें और फिर स्क्रबर की मदद से उसे रगड़कर साफ करें। आखिर में स्विच बोर्ड पर बिल्कुल भी नमी ना रहे, इसके लिए सूती कपड़े से इसे पोंछ दें।

अगर आपको यह लेख अच्छा लगा हो तो इसे शेयर जरूर करें । साथ में अन्य ख़बर पढ़ने के लिए जुड़े रहें आपका अपना वेबसाइट bharatprime.com  के से। देश और दुनिया की हर खबर Bharatprime.com (भारतप्राइम.कॉम) पर  राजनीती , राज्य, देश, विश्व, खेल , मनोरंजन , बिज़नेस , हेल्थ , टेक्नोलॉजी , विज्ञान ,अधात्यम , ट्रेवल और दुनियां जहां की हर ख़बर भरोसे के साथ  सीधे आपके पास। Image source-google 

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

कौन हैं Math's Masti वाले शिक्षक से यूट्यूबर और फिर ग्राम प्रधान बनें विपिन सर? जीवनी, आयु, वेतन, प्रेमिका पत्नी, और अधिक

Image source-google    विपिन सर (मैथ्स मस्ती) की जीवनी विपिन सर एक गणित शिक्षक , यूट्यूबर और वर्तमान में अपने ग्राम पंचायत के ग्राम प्रधान ( मुखिया ) भी हैं। वह एक कड़ी मेहनत और सिर्फ़ कड़ी मेहनत का एक आदर्श उदाहरण हैं जो आज हजारों नहीं बल्की लाखों युवाओं के मेंटर भी हैं। वह यूटयूब पर भारत का नंबर एक गणित शिक्षक हैं। यूटयूब पर मैथ्स मस्ती नाम पढ़ाते हुए मशहूर हुए। इसके अलावा अपने अच्छे कामों के वजह से इतने लोकप्रिय हुए की उनके ग्राम के लोगों ने उन्हें अपने पंचायत के मुखिया तक चुन लिया।      विपिन सर (मैथ्स मस्ती) का बचपन  वे एक ऐसे व्यक्ति हैं जो बहुत ही गरीब परिवार में बिहार राज्य के वैशाली जिला के सलहा पंचायत में हुआ। उनके घर की आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं थी इसलिए उनके घर में इनसे पहले कोई भी ज्यादा पढ़ाई पूरी नहीं कर पाते थे।   नाम विपिन कुमार राय पिता जी का नाम रामनरेश राय माता जी का नाम ज्ञात नहीं  जन्म तिथि 15-06-1991 जन्म स्थान महमदपुर (वैशाली) जिला वैशाली (बिहार) शैक्षणिक योग्यता इंटरमीडिएट विवाह 2012 पत्नी का नाम शालू यादव  ...

जेल में पढ़कर पास की BPSC परीक्षा, हथकड़ी लगे हाथों से लिया ज्वाइनिंग लेटर; रचा नया इतिहास!

 हथकड़ी में सफलता! जेल में पढ़कर पास की BPSC परीक्षा, ज्वाइनिंग लेते ही रचा नया इतिहास  पटना: मेहनत और हौसले के आगे कोई भी दीवार बड़ी नहीं होती—इस कहावत को बिहार के बिपिन कुमार ने सच कर दिखाया है। बेऊर जेल में बंद इस कैदी ने ऐसा करिश्मा किया, जिसे सुनकर हर कोई दंग रह गया। जेल की सलाखों के पीछे रहकर उन्होंने BPSC परीक्षा पास की और अब हथकड़ी लगे हाथों से शिक्षक पद के लिए ज्वाइनिंग लेटर प्राप्त किया। कैसे बनी ये अनोखी कहानी? गया जिले के मोहनपुर थाना क्षेत्र के एरकी गांव के निवासी बिपिन कुमार पर पोक्सो एक्ट के तहत मामला दर्ज है और वह पिछले डेढ़ साल से जेल में हैं। लेकिन उन्होंने अपनी हालातों को कभी अपनी कमजोरी नहीं बनने दिया। जेल में ही पढ़ाई जारी रखी और आखिरकार BPSC शिक्षक भर्ती परीक्षा पास कर ली। रविवार को जब बोधगया के महाबोधि कन्वेंशन सेंटर में ज्वाइनिंग लेटर वितरण समारोह आयोजित हुआ, तो हथकड़ी लगे हाथों से बिपिन कुमार ने ज्वाइनिंग लेटर लिया। यह दृश्य देखने वालों के लिए हैरान करने वाला था। क्या उनकी नौकरी सुरक्षित रहेगी?  हालांकि, उनकी नियुक्ति फिलहाल औपबंधिक (Provisional) ...

बिहार के गांव के लड़के ने रचा इतिहास: बना जूनियर वैज्ञानिक, मिली बड़ी उपलब्धि!

बिहार के गांवों में छिपी प्रतिभाओं ने एक बार फिर से अपनी काबिलियत का लोहा मनवाया है। एक साधारण परिवार से आने वाले इस होनहार लड़के ने अपनी मेहनत और लगन से ऐसा कारनामा कर दिखाया, जो दूसरों के लिए प्रेरणा बन गया है। इस प्रतिभाशाली छात्र को जूनियर वैज्ञानिक के तौर पर बड़ी पहचान मिली है। ग्रामीण परिवेश में सीमित संसाधनों के बावजूद इतनी बड़ी सफलता हासिल करना युवाओं के लिए प्रेरणादायक है। दिव्यांशु भूषण की यह उपलब्धि उन छात्रों के लिए एक प्रेरणा है, जो बड़े सपने देखते हैं और कठिन परिश्रम से उन्हें पूरा करने की कोशिश करते हैं। उनके माता-पिता का गर्व स्वाभाविक है, और क्षेत्र के लोग भी उनकी इस सफलता से गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं। प्रेरणा देने वाली कहानी यह लड़का बिहार के एक छोटे से गांव का रहने वाला है, जो समस्तीपुर जिला के विद्यापति नगर प्रखंड के बाजीतपुर गांव का सुदूर क्षेत्र है। जहां न तो तकनीक की भरमार है और न ही उच्च शिक्षा के साधन। बावजूद इसके, उसने अपनी पढ़ाई और वैज्ञानिक अनुसंधान में रुचि से यह मुकाम हासिल किया। सीमित संसाधनों के बावजूद उसने विज्ञान और तकनीक में गहरी रुचि दिखाई। जू...