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शिक्षा विभाग का आदेश, बिना कोई बड़ा कारण न रोके शिक्षकों का वेतन, नहीं तो होगी कार्रवाई

शिक्षा विभाग का आदेश, बिना कोई बड़ा कारण न रोके शिक्षकों का वेतन, नहीं तो होगी कार्रवाई

शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव दीपक कुमार ने कहा है कि शिक्षकों का वेतन नहीं रोका जाए। दीपक कुमार ने सभी जिला शिक्षा पदाधिकारी और कार्यक्रम पदाधिकारी को पत्र के माध्यम से सूचित किया है कि शिक्षको का वेतन नहीं रोकना है। आईए जानते पूरी खबर...

अब शिक्षकों का बिना कोई बड़ा कारण वेतन नहीं रोका जाए (Salary of Teachers Will Not Be Stopped Without Any Big Reason) जाएगा: बिना किसी स्पष्टीकरण के वेतन रोकना कितना उचित है, इसका संज्ञान शिक्षा विभाग ने लिया है। इसी के आलोक में शिक्षकों का वेतन बिना किसी उचित कारण के रोकना अब जिला शिक्षा पदाधिकारी या अन्य किसी पदाधिकारी को महंगा पड़ेगा। 
 
क्यों जरूरी था यह फैसला?
बिहार में आये दिन शिक्षकों का वेतन बिना किसी बड़ा कारण बताए शिक्षकों के वेतन को रोक कर रखा जाता रहा है। जिससे लगातार शिक्षक वर्ग इससे परेशान रहा है। वेतन रोके जाने से जब भी रुपयों को लेकर कोई भी बड़ी ज़रूरत टीचर्स को होती है तो उन्हें कहीं कहीं से रुपयों का जुगाड़ करना पड़ता है। ऐसे होने वाले घटनाओं को देखते हुए बिहार शिक्षा विभाग (Bihar Education Department) के अपर मुख्य सचिव दीपक कुमार (Additional Chief Secretary Deepak Kumar) ने सभी जिला शिक्षा पदाधिकारी और कार्यक्रम पदाधिकारी को पत्र के माध्यम से सूचित किया है कि शिक्षको का वेतन नहीं रोका जाए, ऐसा नहीं किया जाए ये अनुचित है। मुख्य सचिव दीपक कुमार ने एक केस का जिक्र करते हुए निर्देश दिया की वाद संख्या CWJC 7648/2020 उमेश कुमार सुमन बनाम राज्य सरकार एवं अन्य में पटना उच्च न्यायालय ने आदेश दिया है कि शिक्षकों को कार्यरत अवधि का वेतन दिया जाए।
 
शिक्षकों के वेतन रोकने पर होगी कार्रवाई : मुख्य सचिव ने स्पष्ट लहजे में कहा है कि किसी शिक्षक की नियुक्ति अवैध है या अन्य किसी प्रकार की अनिमियत्ता ज्ञात हो तो मात्र वेतन रोकने की कार्रवाई को वित्तीय अनिमियत्ता मानते हुए संबंधित अधिकारी के विरुद्ध अनुशासनिक कारवाई की जाएगी। ऐसे मामले में या तो निलंबित करते हुए विभागीय कार्रवाई के अधीन किया जाए या बिना निलंबन के विभागीय कार्रवाई की जाए। परन्तु बिना निलंबन या विभागीय कार्रवाई के मात्र वेतन रोकना किसी भी परिस्थिति में नहीं किया जाए।
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