मां के बनाए पापड़ों को साइकिल पर घर-घर ले जाकर बेचने वाला शख्स आज अगर गरीब बच्चों को आईआईटी (I.I.T) जैसी बड़ी संस्थाओं में पढ़ने के लिए तैयार करना उनकी जीवन की बड़ी सफलताओं में से एक रहा है। आज जब खुद आनन्द कुमार के बेटे ने ऐसा कर दिखाया कि पिता अपने खुशी को जाहिर करते हुए लिखा,
आनन्द कुमार ने बेटे के सफ़लता पर कहा
'बेटा जगत आज तुमने जिस समझदारी से शतरंज की चाल चलकर इंटर स्कूल शतरंज प्रतियोगिता में फर्स्ट प्राइज जीत कर मुझे गर्वान्वित होने का मौका दिया है, ठीक उसी तरह से जिंदगी के कांटे भरे रास्ते में भी अपने हर कदम को सूझ बूझ के साथ बढ़ाते हुये एक अच्छा इंसान बनना ऐसा मेरा आशीर्वाद है।'
कौन हैं सुपर 30 वाले आनन्द कुमार और क्यों हैं ख़ास?
Super 30 वाले आनंद कुमार उन लाखों युवाओं का मार्गदर्शक और प्रेरणा हैं जो गरीब हैं किंतु जिनमें कुछ करने का जज्बा है। उनके द्वारा स्टार्ट किया हुआ एक संस्था है जिसके अंतर्गत वे हर साल पूरे बिहार से 30 ऐसे बच्चों को चुनते हैं जो प्रतिभाशाली हैं पर इतने गरीब हैं कि उनके माता-पिता उनको ठीक से पढ़ा-लिखा नहीं सकते। आनंद जी एक परीक्षा के माध्यम से ऐसे बच्चों का चयन कर अपने साथ रखते हैं और उनकी पढाई-लिखाई से लेकर खाना-पीना रहना….हर एक चीज का खर्च खुद उठाते हैं।
जो पिछ्ले कई वर्षों से उन्हें उस मुकाम तक पहुंचने में मदद की जहां पर हर किसी का सपना होता है। Image source-twitter
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