भारत में Sex Workers (वैश्यावृति) को मान्यता मिलना कितना सही-कितना गलत? | How right and wrong to get recognition of Sex Workers in India?
भारत में वेश्यावृति (Prostitution in India): हाल ही में एक फ़िल्म रिलीज़ हुई थी गंगू बाई जिसके अंत में फ़िल्म की नायिका उस समय के तत्कालीन प्रधानमंत्री से वैश्यावृति (Sex Workers) को कानूनी मान्यता देने की बात कही थी; ये तो थी फिल्म की बात लेकिन हाल ही में देश की सर्वोच्च न्यायालय ने इसी तरह की चलती आ रही मांग को कानूनी मान्यता दे दी है।
Photo- istock ( representational image)जी हां सुप्रीम कोर्ट ने वेश्यावृत्ति को पेशा माना है। यह पहली बार है जब देश के सर्वोच्च अदालत की ओर से वेश्यावृत्ति (Sex Workers) को लेकर इस तरह का आदेश दिया है। कोर्ट ने साफ कहा कि सहमति से इस को कार्य करने वाले सेक्स वर्करों और उसके ग्राहक के खिलाफ पुलिस कोई कार्रवाई करने का कोई भी अधिकार नहीं है।
'वेश्यावृति (Sex Workers) गैरकानूनी नहीं' सुप्रीम कोर्ट का फैसला कितना सही कितना गलत आइए समझने का प्रयास करते हैं -
जस्टिस एल नागेश्वर राव, जस्टिस बीआर गवई और जस्टिस एएस बोपन्ना की पीठ ने कहा, "वेश्यावृत्ति एक पेशा है और सेक्स वर्कर्स कानून के तहत सम्मान और समान सुरक्षा के हकदार हैं।" सर्वोच्च न्यायालय के इस फैसले के बाद जहां सेक्स वर्कर्स और इससे जुड़े लोगों में खुशी है तो वहीं एक दूसरा वर्ग भी है जो इसके डार्क साइड को लेकर चिंतित दिख रहे हैं।
उनका कहना है कि अगर सरकार इसे कानूनी मान्यता प्रदान करती है तो इसका मतलब यह है सरकार देह व्यापार का समर्थन कर रही है। इससे दलालों (मध्यथों) को काफी फायदा होगा, सेक्स वर्कर्स और महिलाओं के साथ होने वाले उत्पीड़न को अपना पेशा बना लेंगे। इसका विरोध करने वालों का मनाना है कि इसे कानूनी मान्यता मिलने से युवा सबसे ज्यादा इसके ओर जाएंगे, क्योंकि इसमें पैसे जल्दी और आसानी से कमाया जा सकता है।हालांकि भारत में वेश्यावृत्ति कभी भी अवैध नहीं थी, सिर्फ़ वैश्यशाला चलाना गैर कानूनी था। फिर भी यौनकर्मियों को अक्सर परेशान किया जाता था और विभिन्न कारणों से पुलिस के अत्याचारों और निष्क्रियता का शिकार किया जाता था।
NAIDS के अनुसार, जहां दुनियाभर में सेक्स वर्कर्स की संखया 4.2 करोड़ है, वहीं एक अनुमान के मुताबिक भारत में सेक्स वर्कर्स की संख्या 30 लाख से अधिक और 1 करोड़ के बीच में है।
इस दिन मनाया जाता है अंतराष्ट्रीय सेक्स वर्कर्स डे:
2 जून को इंटरनेशनल सेक्स वर्कर्स डे है। यह दिन 1976 से हर साल 2 जून को मनाया जाता है। यह दिन 1976 से हर साल मनाया जाता है। इसे मानने के पीछे यही मनसा है कि इस पेशे से जुड़े लोगों को भी सम्मान दिलाना।
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