सीधे मुख्य सामग्री पर जाएं

कितना दुखद है। किस बात की इन्हें सज़ा दी जा रही है- Ravish Kumar | how sad | punishment

              Image credit-google
रवीश कुमार एक ऐसे पत्रकार के रूप में जाने जाते हैं जो छात्रों के सवाल को अपने प्राइम टाइम शो में दिखाते और छात्रों के सवाल को लेकर सरकार सरकार से कड़े सवाल पूछते आए हैं; लेकिन इस बार उन्होंने यूनिवर्सिटी और उसके वजह से हो रहे बर्बाद छात्रों क्या लिखा है छात्रों ने रवीश कुमार को जवाब में रवीश कुमार ने लिखा,
कितना दुखद है। किस बात की इन्हें सज़ा दी जा रही है। मुझे नहीं पता कि मगध यूनिवर्सिटी के छात्र अग्निवीर के बारे में क्या सोच रहे हैं और अग्निवीर के उम्मीदवार मगध यूनिवर्सिटी के बारे में क्या सोच रहे हैं । 

सर प्रणाम,

मैं मगध विश्वविधालय का ग्रेजुएशन 2018-21 सत्र का छात्र हूँ। वैसे तो हमारा ग्रेजुएशन 2021 में ही कम्पलीट हो जाना चाहिए था। लेकिन अभी तक सिर्फ पार्ट 2 का एग्जाम ही हो पाया है। 4 साल बीत चुके हैं।
               Image credit-Google 
 
छोटा मोटा धरना प्रदर्शन कर के ऊब चुके हैं। ना कोई हमारा सुनने वाला है ना कोई समझने वाला है। 
2018 में जुलाई में हमलोगों का एडमिशन हुआ था 2021 में पूरा हो जाना चाहिए था । 
लेकिन पार्ट 2 का एग्जाम अभी कुछ महीने पहले नवम्बर 2021 में हुआ था। अभी पार्ट 2 का रिजल्ट भी नही आया है। 3 महीने हो गए।
विश्विद्यालय ने एग्जाम कैलेंडर निकाला है जिसमे 2018-21 सेशन का एग्जाम जुलाई 2022 में लेने को कहा गया है। लेकिन ये सम्भावित तिथि है। ऐसी कितनी तिथियां पब्लिश हुई और समाप्त हो गयी।
लड़के फॉर्म नही भर पा रहे। जिन्हें higher studies के लिए कही एडमिशन लेना है वो अपना बहुमूल्य वक्त गवां रहे हैं। 
सर आप से बहुत उम्मीद है। शायद आप प्राइम टाइम में जगह दे पाए तो हमारी आवाजे सरकारी तंत्र को सुनाई देगी। 
आपसे उम्मीद है सर जी। निराश मत कीजियेगा
 
2.मैं बिहार, मुजफ्फरपुर का छात्र हूं, हमलोग 5-6 साल पहले ही बाबा साहेब भीम राव अंबेडकर यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएशन पास कर चुके हैं लेकिन अभी तक डिग्री सर्टिफिकेट हमलोग को नहीं मिला । डिग्री के लिए नया नियम यूनिवर्सिटी लाया था कि 500 रुपए ऑनलाइन चलान भरने के बाद तीन महीना के अंदर डिग्री सर्टिफिकेट मिल जायेगा, हमलोग ऑनलाइन चलान भी भर दिए आज 2 साल हो गया लेकिन अभी तक डिग्री नहीं मिला है। यहां तक कि जो विद्यार्थी 10-15 साल पहले ग्रेजुएशन कंप्लीट किया है उस सब को भी डिग्री सर्टिफिकेट नहीं दिया गया है। प्लीज़ सर कोई समाधान निकाले हमलोग को बहुत परेशानी का सामना करना पर रहा है।
ये ब्लॉग रैमन मैग्सेसे अवार्ड से सम्मानित पत्रकार और एनडीटीवी के प्रबंध संपादक रवीश कुमार ने अपने फेसबुक पेज पर लिखा है।
दी गई जानकारी कैसी लगी कॉमेंट करके बताएं, अच्छी लगी तो तुरंत शेयर करें।

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

कौन हैं Math's Masti वाले शिक्षक से यूट्यूबर और फिर ग्राम प्रधान बनें विपिन सर? जीवनी, आयु, वेतन, प्रेमिका पत्नी, और अधिक

Image source-google    विपिन सर (मैथ्स मस्ती) की जीवनी विपिन सर एक गणित शिक्षक , यूट्यूबर और वर्तमान में अपने ग्राम पंचायत के ग्राम प्रधान ( मुखिया ) भी हैं। वह एक कड़ी मेहनत और सिर्फ़ कड़ी मेहनत का एक आदर्श उदाहरण हैं जो आज हजारों नहीं बल्की लाखों युवाओं के मेंटर भी हैं। वह यूटयूब पर भारत का नंबर एक गणित शिक्षक हैं। यूटयूब पर मैथ्स मस्ती नाम पढ़ाते हुए मशहूर हुए। इसके अलावा अपने अच्छे कामों के वजह से इतने लोकप्रिय हुए की उनके ग्राम के लोगों ने उन्हें अपने पंचायत के मुखिया तक चुन लिया।      विपिन सर (मैथ्स मस्ती) का बचपन  वे एक ऐसे व्यक्ति हैं जो बहुत ही गरीब परिवार में बिहार राज्य के वैशाली जिला के सलहा पंचायत में हुआ। उनके घर की आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं थी इसलिए उनके घर में इनसे पहले कोई भी ज्यादा पढ़ाई पूरी नहीं कर पाते थे।   नाम विपिन कुमार राय पिता जी का नाम रामनरेश राय माता जी का नाम ज्ञात नहीं  जन्म तिथि 15-06-1991 जन्म स्थान महमदपुर (वैशाली) जिला वैशाली (बिहार) शैक्षणिक योग्यता इंटरमीडिएट विवाह 2012 पत्नी का नाम शालू यादव  ...

जेल में पढ़कर पास की BPSC परीक्षा, हथकड़ी लगे हाथों से लिया ज्वाइनिंग लेटर; रचा नया इतिहास!

 हथकड़ी में सफलता! जेल में पढ़कर पास की BPSC परीक्षा, ज्वाइनिंग लेते ही रचा नया इतिहास  पटना: मेहनत और हौसले के आगे कोई भी दीवार बड़ी नहीं होती—इस कहावत को बिहार के बिपिन कुमार ने सच कर दिखाया है। बेऊर जेल में बंद इस कैदी ने ऐसा करिश्मा किया, जिसे सुनकर हर कोई दंग रह गया। जेल की सलाखों के पीछे रहकर उन्होंने BPSC परीक्षा पास की और अब हथकड़ी लगे हाथों से शिक्षक पद के लिए ज्वाइनिंग लेटर प्राप्त किया। कैसे बनी ये अनोखी कहानी? गया जिले के मोहनपुर थाना क्षेत्र के एरकी गांव के निवासी बिपिन कुमार पर पोक्सो एक्ट के तहत मामला दर्ज है और वह पिछले डेढ़ साल से जेल में हैं। लेकिन उन्होंने अपनी हालातों को कभी अपनी कमजोरी नहीं बनने दिया। जेल में ही पढ़ाई जारी रखी और आखिरकार BPSC शिक्षक भर्ती परीक्षा पास कर ली। रविवार को जब बोधगया के महाबोधि कन्वेंशन सेंटर में ज्वाइनिंग लेटर वितरण समारोह आयोजित हुआ, तो हथकड़ी लगे हाथों से बिपिन कुमार ने ज्वाइनिंग लेटर लिया। यह दृश्य देखने वालों के लिए हैरान करने वाला था। क्या उनकी नौकरी सुरक्षित रहेगी?  हालांकि, उनकी नियुक्ति फिलहाल औपबंधिक (Provisional) ...

बिहार के गांव के लड़के ने रचा इतिहास: बना जूनियर वैज्ञानिक, मिली बड़ी उपलब्धि!

बिहार के गांवों में छिपी प्रतिभाओं ने एक बार फिर से अपनी काबिलियत का लोहा मनवाया है। एक साधारण परिवार से आने वाले इस होनहार लड़के ने अपनी मेहनत और लगन से ऐसा कारनामा कर दिखाया, जो दूसरों के लिए प्रेरणा बन गया है। इस प्रतिभाशाली छात्र को जूनियर वैज्ञानिक के तौर पर बड़ी पहचान मिली है। ग्रामीण परिवेश में सीमित संसाधनों के बावजूद इतनी बड़ी सफलता हासिल करना युवाओं के लिए प्रेरणादायक है। दिव्यांशु भूषण की यह उपलब्धि उन छात्रों के लिए एक प्रेरणा है, जो बड़े सपने देखते हैं और कठिन परिश्रम से उन्हें पूरा करने की कोशिश करते हैं। उनके माता-पिता का गर्व स्वाभाविक है, और क्षेत्र के लोग भी उनकी इस सफलता से गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं। प्रेरणा देने वाली कहानी यह लड़का बिहार के एक छोटे से गांव का रहने वाला है, जो समस्तीपुर जिला के विद्यापति नगर प्रखंड के बाजीतपुर गांव का सुदूर क्षेत्र है। जहां न तो तकनीक की भरमार है और न ही उच्च शिक्षा के साधन। बावजूद इसके, उसने अपनी पढ़ाई और वैज्ञानिक अनुसंधान में रुचि से यह मुकाम हासिल किया। सीमित संसाधनों के बावजूद उसने विज्ञान और तकनीक में गहरी रुचि दिखाई। जू...