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Pradeep Mehra- देश सेवा के लिए 4 दिन मौका मिले या चार साल गर्व की बात है, मुझे देश की सेवा करनी है

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दिन में नौकरी और रात में आर्मी में जाने का अपना सपना पूरा करने के लिए 10 किमी की दौड़ लगाने वाले 19 साल के प्रदीप मेहरा (Pradeep Mehra) तो आपको याद ही होंगे।

भले ही अग्निपथ स्कीम का विरोध देश के कई राज्यों में हुआ, ट्रेनें जलाई गईं, हिंसा हुई। लेकिन इसका असर न सरकार पर हुआ न देश के 6 राज्यों में लोकसभा की 3 और विधानसभा की 7 सीटों के लिए हुए उपचुनाव के नतीजों पर। बहुत सारे लोगों को लग रहा था कि इस विरोध के कारण मोदी सरकार को बहुत नुकसान हो सकता है लेकिन ऐसा कुछ भी नहीं देखने को मिला। इस अग्निपथ योजना का जहां विरोध प्रदर्शन किया है युवाओं ने वहीं ऐसे भी युवा हैं जो देश की सेवा करना चाहते हैं। उन्हें वर्दी 4 दिन के लिए हो फिर 4 साल के लिए इससे फर्क नहीं पड़ता।
 
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 ऐसा ही जज्बा देखने को मिला 19 साल के प्रदीप मेहरा के अंदर है। वही लड़का जो 
 इंटरनेट के माध्यम से रातों रात Midnight Runner के नाम से वायरल हो चुके प्रदीप मेहरा ने अग्निपथ योजना को शानदार बताया है। प्रदीप मेहरा ने कहा कि आर्मी में भर्ती चाहे 4 दिन मिले या 4 साल की। मुझे आर्मी की वर्दी से प्यार है, अपने देश से प्यार है। प्रदीप ने कहा कि यह योजना शानदार है। इस योजना के जरिए ज्यादा से ज्यादा लोगों को देश सेवा करने का मौका मिलेगा। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि प्रदीप अभी मोहाली के मिनरवा अकैडमी से CDS की तैयारी कर रहे है।
 
क्या है इस 'मिडनाइट रनर' प्रदीप मेहरा की कहानी ( What is the story of this 'Midnight Runner' Pradeep Mehra ) :आपकी जानकारी के लिए बता दें कि अल्मोड़ा के Pradeep Mehra का एक वीडियो मार्च महीने में तेजी से वायरल हुआ था। इसकी शुरुआत हुई फिल्मकार विनोद कापड़ी ने जिन्होंने प्रदीप की देर रात नोएडा की सड़क पर दौड़ते हुए दिखाई दिए थे। उन्होंने प्रदीप को कार में लिफ्ट देने की कोशिश की लेकिन प्रदीप ने मना कर दिया। रोज दौड़कर घर जाने की वजह प्रदीप ने यह बताई कि उन्हें सेना में भर्ती होना है और इसलिए वह दौड़ने की प्रैक्टिस कर रहे हैं। 
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जब विनोद कापड़ी ने उनसे दिन में दौड़ने के लिए कहा तो प्रदीप ने बताया कि वह सुबह खाना बनाने के बाद जल्दी काम पर जाते हैं, इसलिए उन्हें दौड़ने का वक्त नहीं मिलता।तब प्रदीप मेहरा मैकडॉनल्ड सेक्टर 16 नोएडा में काम करते थे और रोज रात को अपनी नौकरी से छूटते ही 10 किलोमीटर दौड़कर बरौला में अपने घर पहुंचते थे। प्रदीप के सेना में भर्ती होने के जज्बे की महिंद्र एंड महिंद्रा ग्रुप के चेयरमैन आनंद महिंद्रा, क्रिकेटर हरभजन सिंह, क्रिकेटर केविन पीटरसन समेत कई लोग सराहना कर चुके हैं। ऐसा ही जज्बा अगर देश के हर युवा में हो तो भारत को बुलंदियों पर पहुंचने से कोई नहीं रोक सकता।
 
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