बिसलेरी ब्रांड आज शुद्ध जल का पर्याय बन गया है लेकिन कभी इस ब्रांड को शुरू करने वाले को पागल तक कहा गया था। आज बिसलेरी 3500 से ज्यादा ट्रकों व 5000 से अधिक डिस्ट्रीब्यूटर्स के जरिए सवा तीन लाख से अधिक रिटेल ऑउटलेट्स तक पहुंच रहा है।
Image source-googleबिस्लेरी पानी ब्रांड (Bisleri Water Brand): बिस्लेरी के पानी ब्रांड बनने की शुरूआत होती है, आज भारत की राजधानी कहे जाने वाली मुम्बई के ठाणे से। मुम्बई से चलने वाली बिस्लेरी प्लांट देशी है पर इसका नाम और कम्पनी विदेशी थी और तो और जब इस कंपनी की शुरूआत हुई थी तब ये पानी बेचती भी नहीं थी; बल्कि ये बेचती थी मलेरिया की दवा। इस कंपनी के संस्थापक एक इटेलियन थे जिनको नाम था फ्लाइस बिस्लेरी;लेकिन वर्ष 1921 में इनकी मृत्यु हो जाती है। इनके बाद बिस्लेरी को कम्पनी के नए मालिक के रूप में मिले डॉक्टर रॉसिस जो पेशे से तो डॉक्टर थे पर उनका दिमाग एक बिजनेस मैन की तरह था। इनका एक दोस्त और इस कंपनी के कानूनी सलाहकार थे जो मुम्बई के रहने वाले थे।
उन्हीं का बेटा जिनका नाम था खुसरो संतोक वो भी अपने पिता की तरह कानून की पढ़ाई कर वकालत करना चाहते थे लेकिन उनको बिस्लेरी कम्पनी के नए मालिक की एक आईडिया इतना पसंद साया की उन्होंने वकालत छोड़ इस पर काम करना शुरू कर दिया। यह वो समय था जब भारत नया नया आज़ाद हुआ था। उस समय लोग अपने नए आईडिया पर काम कर रहे थे। उसी वक्त बिस्लेरी के नए मालिक के दिमाग में एक बिजनेस आईडिया वो था बिस्लेरी पानी का; उस समय उन्हें लगा कि यह आईडिया आनेवाले समय में नई तरह की क्रांति ला सकता है। फिर क्या था रोसिस और खुसरो संतोक ने इस आईडिया पर काम करना शुरू कर दिया और इसे साल 1965 में मुम्बई के ठाणे में एक पानी प्लांट के साथ शुरु किया। हालांकि उस वक्त इसके लिए बहुत सारे लोग उन पर हंस रहे थे।
Bisleri और 1965 का भारत:
आम लोगों के नज़र से अगर देखें तो वर्ष 1965 में भारत जैसे देश में जो हाल ही में आज़ाद हुआ था और अपने लिए एक जून की रोटी के लिए संघर्ष कर रहा था। उस वक्त में ₹1 में पानी का बोतल खरीद कर कौन पीने के लिए सोच सकता था, लेकीन वही बोतल आज के भारत में ₹20 में आराम से बिकता है; लेकीन उस समय इसकी कीमत ₹1 भी ज्यादा थी।
उस वक्त में पानी बेचने का विचार काफ़ी कम लोगों समझ में आ रहा था, लेकीन उन्होंने बड़ी दूर की सोची दरअसल उस समय मुम्बई के कई इलाकों में साफ़ पानी की काफी दिक्कत थी। गरीब और आम आदमी तो जैसे तैसे इस पानी को पचा लेता था,लेकीन अमीर और रईस बिजनेसमैन लोग के लिए ऐसा पानी पचा लेना मुश्किल होता था। ऐसे में रईस और बिजनेसमैन लोगों के लिए ये पानी ज़रूरत बन गई थी। बिस्लेरी ने भारतीय बाज़ार में अपने दो तरह के प्रोडक्ट के साथ आया जिनमें से एक बिस्लेरी पानी था और दूसरा बिस्लेरी सोडा । शुरुआत में ये दोनों प्रोडक्ट सिर्फ अमीर आदमी तक ही सीमित था।
बिस्लेरी के नए मालिक को ये पता था कि इसे जब तक आम लोगों के पहुंच तक नहीं बनाया जाएगा बड़े प्रॉफिट कमाना मुश्किल है। जब इसे आम लोगों के पहुंच तक लाया गया तो लोग बिस्लेरी पानी की जगह बिस्लेरी सोडा खरीदना ज्यादा पसंद कर रहे थे। जिसके बाद इनके मालिक को पानी का बिजनेस अब प्रॉफिटेबल नहीं लग रहा था। अब उन्होंने इसे बेचने का मन बना लिया। चार साल बाद 1969 में बिस्लेरी को ₹4 लाख रुपए में चौहान ब्रदर्स ने खरीद लिया। बिसलेरी के तब देशभर में मात्र 5 स्टोर थे, 4 मुंबई में और एक कोलकाता में। उस वक्त पानी शीशे के बोतल में बेची जाती थी।
कौन है चौहान ब्रदर्स ( Who is Chauhan Brothers? ): चौहान ब्रदर्स पारले कंपनी के मालिक हैं जिनके कई सारे ब्रांड आप बाजार में देखते और इस्तेमाल भी करते होगें। जिसमें से एक पार्ले-जी विश्व में सर्वाधिक बिक्री वाला बिस्कुट है। जिसमें G का मतलब जीनियस बताया गया है। भारत के ग्लूकोज बिस्कुट श्रेणी के 70% बाजार पर इसका कब्जा है।
1985 के बाद PET ( Palastic Metrial) के कारण मिली बड़ी कामयाबी:
1985 के दौरान पीईटी/पेट यानी प्लास्टिक मटेरियल ने इस बिजनेस को बड़ी कामयाबी दिलाई। पीईटी एक हलका, मजबूत और रीसाइकल किया जा सकने वाला ऐसा पैकेजिंग मटीरियल है, जिसे किसी भी आकार में ढाला जा सकता है। पैकेजिंग की समस्या हल हुई तो दाम कम हुए। जिसके बाद बिस्लेरी आम लोगों की पसंद बन गई।
बिस्लेरी की ब्रांड वैल्यू (Brand Value of Bisleri water) : 135 प्लांट के दम पर 2 करोड़ लीटर पानी रोज बेचने वाली बिसलेरी देश-दुनिया में छा गई है। साल 2019 में इसकी मार्केट वैल्यू $24 बिलियन डॉलर थी , जो 2024 में माना जा रहा है की इसकी मार्केट वैल्यू $60 बिलियन डॉलर हो जाएंगे।
आज भारत के कितने प्रतिशत मार्केट पर राज करता है बिस्लेरी? भारत के 60 प्रतिशत बोतल बंद पानी पर है बिस्लेरी का राज चलता है। कभी इस आईडिया को पागलपन कहा गया था आज इस ब्रांड के ढेर सारे नकल करके नकली और धोखा देने वाले मिलता जुलता नाम आपको दिख जाएंगे। इसलिए जब भी आप पानी की बोतल बिस्लेरी समझ के खरीद रहे हों तो ध्यान रखें कहीं आप Bisleri की जगह पर कहीं कोई नकली बिस्लेरी तो नहीं खरीद रहे हैं। इसलिए इसे खरीदते समय इसकी स्पेलिंग ध्यान से देखें।
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