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Agnipath yojana के खिलाफ़ Protest, Bharat के कई अलग-अलग राज्यों में Modi सरकार पर बरसे युवा

 भारत में वर्षों से चली आ रही पुरानी सेना भर्ती प्रक्रिया में 14 जून 2022 को बदलाव कर दिया गया है। सरकार ने इस बदलाव को ऐतिहासिक फैसला बताते हुए इसका नाम अग्निपथ स्‍कीम (Agnipath Scheme) दिया है; लेकिन जिन युवाओं को इस योजना के अन्तर्गत नौकरी दी जाएगी वही इनके विरोध में प्रदर्शन कर रहे है; इसके उलट सरकार दावा कर रही है कि इस योजना से तीनों सशस्त्र सेनाओं में बड़ा बदलाव आयेगा।

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Agnipath yojana & Media: मोदी सरकार अग्निपथ योजना लेकर आए तो कई मीडिया चैनल चला रहे हैं की ये मोदी जी का मास्टरस्ट्रोक है, इससे बड़ी संख्या युवाओं को देश की सेवा करने का मौका मिलेगी; लेकिन जिनके लिए ये योजना लाई गई है वही युवा, बिहार , उत्तर प्रदेश से लेकर हरियाणा तक देश के कई अलग- अलग राज्य में विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं, कई जगहों पर सड़क जाम किए जा रहे हैं, रेलवे ट्रैक पर आ गए हैं। सेना में भर्ती के लिए तैयारी कर रहे युवा जहानाबाद में तो पुशअप लगाकर इस अग्निपथ योजना का विरोध जता रहे हैं, और मोदी सरकार को साफ़ संदेश दे रहे हैं कि हमें 4 साल के लिए सेना में भर्ती नहीं होना बल्कि, स्थाई नौकरी चाहिए। 

 

 ये है 'अग्निपथ योजना' को लेकर युवाओं की चिन्ता ( This is the concern of the youth about 'Agneepath Yojana'):

युवाओं का कहना है कि हमें अपने भविष्य के साथ खिलवाड़ नहीं चाहिए। सड़क से लेकर सोशल मीडिया पर युवा कह रहे हैं कि 18 साल की उम्र में नौकरी 22 साल की उम्र में रिटायरमेंट ,ये कहां का न्याय है की नौकरी करने के उम्र में रिटायरमेंट।

युवाओं की ये भी चिन्ता है कि 10वीं या 12वीं के बाद जब हम अग्निवीर बनकर लौटेंगे तो इतने साल गैप के बाद पढ़ाई करना भी आसान नहीं होगा।

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 आखिर क्यों हो रहा है विरोध? (Why is the protest happening?):

अग्निपथ की स्कीम का देश के कई हिस्सों में विरोध शुरू हो गया है। इसका कारण सेना में लंबे समय से रुकी भर्ती प्रक्रिया के शुरू होने के बाद इसके शॉर्ट सर्विस का होना है। साथ ही, आर्मी भर्ती में पुरानी व्यवस्था को लागू करने की मांग की जा रही है।

क्या है अग्निपथ योजना? (What is Agneepath Scheme?):

भारतीय सेना में पहली बार ऐसी कोई योजना लाई गई है, जिसमें इतने कम समय के लिए सैनिकों की भर्ती की जाएगी। इस योजना के तहत हर साल करीब 40-45 हजार युवाओं को सेना में शामिल किया जाएगा। इसके अंतर्गत पहले साल में 46 हजार युवाओं की भर्ती होना है। ये युवा साढ़े 17 साल से 21 साल की उम्र के बीच के होंगे।

 

-इन चार वर्षों में सैनिकों को 6 महीने की बेसिक मिलिट्री ट्रेनिंग दी जाएगी।

- सेना, वायु सेना और नौ सेना में अधिकारी रैंक से नीचे के सैनिकों के लिए होगी।

- तीनों सेनाओं में एक अलग रैंक बनाई जाएगी। 

-30-40 हजार मासिक वेतन के साथ अन्य लाभ भी दिए जाएंगे।

-पहले साल में 30 हजार, दूसरे साल में 33 हजार, -तीसरे साल में 36500 और चौथे साल में 40 हजार मासिक वेतन दिया जाएगा।

-चार साल पूरे होने के बाद इन सभी अग्निवीरों की -सेवा समाप्त हो जाएगी और फिर नई भर्तियां की जाएंगी।

-सेवा समाप्त होने वाले 25 फीसदी अग्निवीरों को स्थायी काडर में भर्ती किया जाएगा, जबकि 75 प्रतिशत को सेवामुक्त कर दिया जाएगा।

आपकी राय क्या है? कौन सी भर्ती प्रक्रिया सही है 4 साल वाली अग्निपथ या पहले से चली आ रही भर्ती प्रक्रिया, कॉमेंट करके बताएं।

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