सीधे मुख्य सामग्री पर जाएं

Agneepath Scheme Protest: शौर्य चक्र विजेता Major Pawan Kumar ने Agneepath Scheme पर Modi से किए सख्त सवाल

Agneepath Scheme Protest: 14 जून 2022 को भारतीय सैन्य भर्ती प्रक्रिया में किए गए।भारतीय सेना में पहली बार ऐसी कोई योजना लाई गई है, जिसमें इतने कम समय के लिए सैनिकों की भर्ती की जाएगी। 'अग्निपथ' स्कीम का देश के कई हिस्सों में विरोध शुरू हो गया है। इसका कारण 4 साल की शार्ट सर्विस का होना है। इसी बीच भारतीय सेना में शौर्य चक्र विजेता Major Pawan Kumar ने भी 'अग्निपथ' योजना पर मोदी सरकार से सख्त सवाल करते हुए ट्वीटर पर लिखा है,

                   Image source-google 

'मेरे प्यारे पीएम,

 क्या हम आपसे संसद सदस्यों की पेंशन पूरी तरह से वापस लेने का अनुरोध कर सकते हैं।

 सदन में कोई समझदार सांसद?' इसके बाद बहुत सारे कॉमेंट्स इनके ट्वीटर हैंडल पर आने शुरु हो गए। उन्हीं में से ट्वीटर यूज़र ने मेजर पवन कुमार को धन्यवाद दियाऔर लिखा,'धन्यवाद मेजर साहब आपको खुलकर सामने आना होगा ये किसान कौम के बच्चों के साथ छलावा है.'

  जिसका रिप्लाई देते हुए मेजर पवन कुमार लिखते हैं 'Agree'।  साथ में मेजर पवन कुमार ने अपने ट्वीटर हैंडल से देश भर में अग्निपथ योजना को लेकर  हो रहे उग्र प्रदर्शन पर लिखा, 'सारे प्रदर्शनकारी युवा साथियों से निवेदन है की कृपया अपना प्रदर्शन को शांति के साथ करे।  

उग्र होने से आपका और देश दोनों का नुकसान है। 

ये देश आपका है,  आप ही हिन्दुस्तान के भविष्य हैँ।  सरकार निश्चित रूप से आपकी बात सुनेगी ।

जय जवान, जय किसान। 

जय हिन्द।'

 

कृपया सावधान रहें, दुश्मन पहरे पर है! (Please be aware, enemy is on watch !): मेजर पवन कुमार ने कुछ घंटे पहले एक ट्विट को रिट्विट करते हुए लिखते हैं , कृपया सावधान रहें, दुश्मन पहरे पर है! उन्होंने ऐसा क्यों लिखा देखिए  इन तस्वीरों में।

              Image source-twitter 

जानिए शौर्य चक्र विजेता मेजर पवन कुमार के बारे में (Know About Shaurya Chakra winner Major Pawan Kumar):

सितंबर 2017 में श्रीनगर में आतंकवादियों से हुई मुठभेड़ में मेजर पवन कुमार ने एक खुंखार आतंकवादी तथा एरिया कमांडर जो पाक अधिकृत कश्मीर से भारत की सीमा में घुसने की कोशिश की थी। उसे गोलियों से ढेर कर दिया था। इस मुठभेड़ में मारे गए आतंकवादी पर इनाम घोषित था। मेजर खीचड़ को भारत सरकार की ओर से 225 वर्ग मीटर   का भूखंड दिया जाएगा तथा जयपुर में एक प्लाट भी प्रदान किया जाएगा। इनकी पत्नी ममता खीचड़ भी भारतीय सेना में चिकित्सक हैं।

 

केंद्र सरकार ने अग्निपथ योजना के  भर्ती प्रक्रिया में किया बदवाल ( Central government changed the recruitment process of Agneepath scheme):

केंद्र सरकार ने अग्निपथ योजना के तहत भर्ती के लिए अपर एज लिमिट 21 साल से बढ़ाकर 23 साल करने का ऐलान किया है। यह छूट केवल इसी साल के लिए लागू होगी। रक्षा मंत्रालय के मुताबिक, पिछले दो साल में कोई भर्ती नहीं होने के कारण यह फैसला लिया गया है। इससे पहले अग्निवीर बनने के लिए पहले निर्धारित आयु सीमा 17.5 साल से 21 साल थी। 

आप क्या सोचते हैं अग्निपथ योजना को लेकर कॉमेंट करके बताएं। दी गई जानकारी अच्छी लगी तो तुरंत शेयर करें।


इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

कौन हैं Math's Masti वाले शिक्षक से यूट्यूबर और फिर ग्राम प्रधान बनें विपिन सर? जीवनी, आयु, वेतन, प्रेमिका पत्नी, और अधिक

Image source-google    विपिन सर (मैथ्स मस्ती) की जीवनी विपिन सर एक गणित शिक्षक , यूट्यूबर और वर्तमान में अपने ग्राम पंचायत के ग्राम प्रधान ( मुखिया ) भी हैं। वह एक कड़ी मेहनत और सिर्फ़ कड़ी मेहनत का एक आदर्श उदाहरण हैं जो आज हजारों नहीं बल्की लाखों युवाओं के मेंटर भी हैं। वह यूटयूब पर भारत का नंबर एक गणित शिक्षक हैं। यूटयूब पर मैथ्स मस्ती नाम पढ़ाते हुए मशहूर हुए। इसके अलावा अपने अच्छे कामों के वजह से इतने लोकप्रिय हुए की उनके ग्राम के लोगों ने उन्हें अपने पंचायत के मुखिया तक चुन लिया।      विपिन सर (मैथ्स मस्ती) का बचपन  वे एक ऐसे व्यक्ति हैं जो बहुत ही गरीब परिवार में बिहार राज्य के वैशाली जिला के सलहा पंचायत में हुआ। उनके घर की आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं थी इसलिए उनके घर में इनसे पहले कोई भी ज्यादा पढ़ाई पूरी नहीं कर पाते थे।   नाम विपिन कुमार राय पिता जी का नाम रामनरेश राय माता जी का नाम ज्ञात नहीं  जन्म तिथि 15-06-1991 जन्म स्थान महमदपुर (वैशाली) जिला वैशाली (बिहार) शैक्षणिक योग्यता इंटरमीडिएट विवाह 2012 पत्नी का नाम शालू यादव  ...

जेल में पढ़कर पास की BPSC परीक्षा, हथकड़ी लगे हाथों से लिया ज्वाइनिंग लेटर; रचा नया इतिहास!

 हथकड़ी में सफलता! जेल में पढ़कर पास की BPSC परीक्षा, ज्वाइनिंग लेते ही रचा नया इतिहास  पटना: मेहनत और हौसले के आगे कोई भी दीवार बड़ी नहीं होती—इस कहावत को बिहार के बिपिन कुमार ने सच कर दिखाया है। बेऊर जेल में बंद इस कैदी ने ऐसा करिश्मा किया, जिसे सुनकर हर कोई दंग रह गया। जेल की सलाखों के पीछे रहकर उन्होंने BPSC परीक्षा पास की और अब हथकड़ी लगे हाथों से शिक्षक पद के लिए ज्वाइनिंग लेटर प्राप्त किया। कैसे बनी ये अनोखी कहानी? गया जिले के मोहनपुर थाना क्षेत्र के एरकी गांव के निवासी बिपिन कुमार पर पोक्सो एक्ट के तहत मामला दर्ज है और वह पिछले डेढ़ साल से जेल में हैं। लेकिन उन्होंने अपनी हालातों को कभी अपनी कमजोरी नहीं बनने दिया। जेल में ही पढ़ाई जारी रखी और आखिरकार BPSC शिक्षक भर्ती परीक्षा पास कर ली। रविवार को जब बोधगया के महाबोधि कन्वेंशन सेंटर में ज्वाइनिंग लेटर वितरण समारोह आयोजित हुआ, तो हथकड़ी लगे हाथों से बिपिन कुमार ने ज्वाइनिंग लेटर लिया। यह दृश्य देखने वालों के लिए हैरान करने वाला था। क्या उनकी नौकरी सुरक्षित रहेगी?  हालांकि, उनकी नियुक्ति फिलहाल औपबंधिक (Provisional) ...

बिहार के गांव के लड़के ने रचा इतिहास: बना जूनियर वैज्ञानिक, मिली बड़ी उपलब्धि!

बिहार के गांवों में छिपी प्रतिभाओं ने एक बार फिर से अपनी काबिलियत का लोहा मनवाया है। एक साधारण परिवार से आने वाले इस होनहार लड़के ने अपनी मेहनत और लगन से ऐसा कारनामा कर दिखाया, जो दूसरों के लिए प्रेरणा बन गया है। इस प्रतिभाशाली छात्र को जूनियर वैज्ञानिक के तौर पर बड़ी पहचान मिली है। ग्रामीण परिवेश में सीमित संसाधनों के बावजूद इतनी बड़ी सफलता हासिल करना युवाओं के लिए प्रेरणादायक है। दिव्यांशु भूषण की यह उपलब्धि उन छात्रों के लिए एक प्रेरणा है, जो बड़े सपने देखते हैं और कठिन परिश्रम से उन्हें पूरा करने की कोशिश करते हैं। उनके माता-पिता का गर्व स्वाभाविक है, और क्षेत्र के लोग भी उनकी इस सफलता से गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं। प्रेरणा देने वाली कहानी यह लड़का बिहार के एक छोटे से गांव का रहने वाला है, जो समस्तीपुर जिला के विद्यापति नगर प्रखंड के बाजीतपुर गांव का सुदूर क्षेत्र है। जहां न तो तकनीक की भरमार है और न ही उच्च शिक्षा के साधन। बावजूद इसके, उसने अपनी पढ़ाई और वैज्ञानिक अनुसंधान में रुचि से यह मुकाम हासिल किया। सीमित संसाधनों के बावजूद उसने विज्ञान और तकनीक में गहरी रुचि दिखाई। जू...