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आधार का सच | यह कितना सुरक्षित है? और आपको अभी क्या करना है! The Aadhar truth | How safe is it? & what you need to do Now!

आधार (UIDAI): आधार के मिस यूज को लेकर काफी समय से विवाद चल रही है। सरकार का पक्ष इसके दुरुपयोग होने की सम्भावना को अभी तक इनकार करते आई है, लेकिन पिछले दिनों 27 मई 2022 को पीआईबी की वेबसाईट पर सरकार द्वारा जारी एक प्रेस रिलीज़ में कहीं न कहीं सरकार भी आधार के दुरुपयोग होने की बात को स्वीकार करते हुए नज़र आईं है, क्योंकि सरकार द्वारा ज़ारी प्रेस रिलीज़ में जो बात कही गई है वो। लोगों की दिल को दहलाने वाली बात है।
Truth of aadhar
         
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सरकार द्वारा ज़ारी नोटिस में लिखा था कि 'आप अपने आधार के फोटो कॉपी को ऐसे ही शेयर नहीं कीजिए उसका दुरुपयोग हो सकता है। सिर्फ उन संगठनों
के साथ शेयर कीजिए जो सरकार के साथ जुड़ा हुआ है।' 

अब क्या था जैसे ही ये खबर आम लोगों तक पहुंचनी शुरू हुई। लोगों को लगा कि ये क्या हम से आज तक होटल से लेकर हर जगह आधार कार्ड के फोटो कॉपी मांगी ही जाती है और उसके बिना आपके मिलने वाली सुविधा से वंचित रखा जाता है। और अब सरकार कह रही है कि आधार के फोटो कॉपी नहीं देनी चाहिए।
इतना ही नहीं इस नोटिस में ये भी लिखा हुआ था कि
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'अगर आप पब्लिक कंप्यूटर यानी साइबर कैफे या किसी दूसरे दुकान से e-Aadhar को डाउनलोड न करें और अगर करते हैं तो उसके हिस्ट्री में जाकर उसे डीलीट कर दें'।
इस प्रेस रिलीज़ के बाद सरकार पर इतना दबाव आया कि सरकार ने इसे 48 घंटे बाद डीलीट कर दिया; और इसके जगह एक दूसरा नोटिस जारी किया गया इस नोटिस में भी सरकार ने वही सब बात कही लेकिन दबी हुई जुबान में।
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आधार का सच (Truth of Aadhar): सरकार कहते आई है कि आधार कार्ड मिस यूज करना संभव नहीं है फिर सरकार अब मास्कड आधार यूज करने पर जोर क्यों दे रही है।
मास्कड आधार कार्ड क्या है (what is Masked Aadhar card): मास्क्ड आधार  में आपकी 12 डिजिट की पूरी आधार संख्या नहीं दिखाई देती है; बल्कि इसमें यूजर्स के आधार संख्या के सिर्फ आखिरी चार अंक ही दिखाई जाते हैं। इसे आप ऑनलाइन आधार के ऑफिशियल वेबसाइट से  डाउनलोड कर सकते हैं।
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मास्कड आधार कार्ड की ज़रूरत क्यों पड़ी (Why Masked Aadhar Card is needed?): 
अगर आप इन्टरनेट पर सर्च करते हैं आधार स्कैम तो आपको हजारों आर्टिकल मिल जाएंगे आधार स्कैम से जुड़े हुए। डाटा कहता है कि हर दूसरे दिन किसी न किसी के साथ आधार स्कैम होता है। आधार का सबसे बड़ा स्कैम आधार इनेबल्ड पेमेंट सिस्टम (AEPS) के द्वारा होता है। इसमें मशीन पर फिंगर लगाकर कोई एक आदमी आपका रुपया आपको देता है। जो लोगों को आधार नंबर और उनके फिंगरप्रिंट/ आईरिस स्कैन की मदद से वेरिफिकेशन करके रुपया निकालने की  सुविधा देता है। 
अब स्कैम/ फ्रॉड यहीं पर किया जाता है। जो आदमी फिंगर प्रिंट लेता है वो यूजर्स का फिंगर 3 बार लेता है 2 बार रूपया खुद रख लेता है और यूजर्स को रुपया एक बार ही निकाल कर देता है। ये आधार फ्रॉड अधिकतर गांवो में देखने को मिलता है क्योंकि गावों में उनको आवाज सुनने वाला कोई नहीं होता और न कोई अपील की सिस्टम होता है।
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पिछले तीन सालों में 10 करोड़ ऐसे फ्रॉड केस दर्ज कराई गई। ये वो केस है जो दर्ज हुए हैं इनकी संख्या इससे कहीं ज्यादा है। जहां ग्रामीण क्षेत्रों में फिंगर जबरन लगाकर रूपये निकाले जा रहे हैं वहीं दूसरी ओर शहरी क्षेत्रों में लोगों के। आधार कार्ड और पैन नंबर के साथ कोई रिमोट लोन अप्लाई कर देता है। इस फ्रॉड में लोन आपके नाम से लिया जाता है लेकिन इसका फायदा कोई ले रहा होता है जबकि ईएमआई आपको चुकाना पड़ता है। सरकार इस पर कहती है कि ऐसा हो तो सकता है लेकिन इससे बचने के लिए आप अपने क्रेडिट स्कोर और बैंक अकाउंट को मॉनिटरिंग करते रहिए। इसके अलावा कई और भी फ्रॉड हैं जो होते रहते हैं। पिछले हप्ते ही रिपोर्ट्स आई है कि 7000 फर्जी आधार कार्ड बनते पकड़ा गया है। इन्हीं सबों से बचने के लिए मास्कड आधार कार्ड का इस्तेमाल करें;जो कि सरकार भी कह रही है।

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