सीधे मुख्य सामग्री पर जाएं

Xiaomi की ₹5,551 करोड़ रूपए से अधिक की संपत्ति जब्त, लेकिन इतनी सारी संपति क्यों हो गई जब्त, जानिए!

 Xiaomi India: चीनी टेक कम्पनी शाओमी पर India में बड़ी कारवाई हो गई है। भारत में एनफोर्समेंट डिपार्टमेंट (Ed) ने श्याओमी इंडिया का करोड़ों रुपयों की संपति को जब्त कर लिया है। 

                       Image source-google

    Xiaomi ने ऐसा क्या किया कि उस पर इतना बड़ा करवाई किया गया है। यही जानेंगे इस आर्टिकल में। redmi और mi जैसी पॉपुलर ब्रांड मोबाईल फोन बनाने वाली चीन की कम्पनी शाओमी की करीब ₹5 हजार पांच सौ 51 करोड़ रूपए को इंफोर्समेंट डिपार्टमेंट ने जब्त किया है। ये कोई मामूली रकम नहीं है जिसे जब्त किया गया है।

    एनफोर्समेंट डिपार्टमेंट ने इतने सारे संपत्ति विदेशी मुद्रा प्रबंधन कानून यानि fema से उलंघन के तहत इतनी सारी जब्त किया है। कम्पनी की इतनी सारी रुपया कई अलग अलग बैंको में जमा थे। Xiaomi पर फेमा के उलंघन के साथ साथ मनी लांड्रिंग का भी आरोप है।

                   Image source-google

श्याओमी इंडिया में 2014 में काम करना शुरू किया था। ये चीन की कम्पनी प्रमुख शाओमी की सब्सिडरी कम्पनी है। शाओमी इंडिया ने 2015 से अपनी पैरेंट कंपनी को रुपया भेजना शुरू किया था। जांच में सामने आया है कि ये कम्पनी विदेशी कंपनी को ₹5,551 करोड़ रूपए से अधिक विदेशी कंपनी को भेजा है। एंफोसमेंट डिपार्टमेंट का कहना है शाओमी इंडिया ने कि इतना सारा रूपया रॉयल्टी चुकाने के नाम पर भेजा गया है। 

                     Image source-google

  एनफोर्समेंट डिपार्टमेंट ने अपने जारी बयान में कहा है  कि शाओमी भारत में ही मोबाईल फोन बनाने वाली कंपनियों से  पूरी तरह बनी हुई हैंडसेट खरीदती है; जबकि इसके लिए Xiaomi India ने किसी तरह का लाइसेंस लिया ही नहीं है।

                  Image source-google

कम्पनी ने जिसके नाम पर विदेश में रूपया भेजा है उसके नाम पर कोई सर्विस लिया ही नहीं है; जिसके नाम पर रूपये भेजे गए हैं। बल्कि कम्पनी ने फर्जी दस्तावेज बनाकर ये रूपया वहां पर भेजा है। जो कि fema की धारा 4 का उलंघन है। इसके अलावा एनफोर्समेंट डिपार्टमेंट का कहना है कि शाओमी इंडिया ने बैंक को भ्रामक जानकारी दी है।

 ऐसा कहा जा रहा है कि और भी जानकरी जुटा कर शाओमी इंडिया पर कारवाई की जाएगी।

दी गई जानकारी अच्छी लगी तो तुरंत शेयर करें!


इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

कौन हैं Math's Masti वाले शिक्षक से यूट्यूबर और फिर ग्राम प्रधान बनें विपिन सर? जीवनी, आयु, वेतन, प्रेमिका पत्नी, और अधिक

Image source-google    विपिन सर (मैथ्स मस्ती) की जीवनी विपिन सर एक गणित शिक्षक , यूट्यूबर और वर्तमान में अपने ग्राम पंचायत के ग्राम प्रधान ( मुखिया ) भी हैं। वह एक कड़ी मेहनत और सिर्फ़ कड़ी मेहनत का एक आदर्श उदाहरण हैं जो आज हजारों नहीं बल्की लाखों युवाओं के मेंटर भी हैं। वह यूटयूब पर भारत का नंबर एक गणित शिक्षक हैं। यूटयूब पर मैथ्स मस्ती नाम पढ़ाते हुए मशहूर हुए। इसके अलावा अपने अच्छे कामों के वजह से इतने लोकप्रिय हुए की उनके ग्राम के लोगों ने उन्हें अपने पंचायत के मुखिया तक चुन लिया।      विपिन सर (मैथ्स मस्ती) का बचपन  वे एक ऐसे व्यक्ति हैं जो बहुत ही गरीब परिवार में बिहार राज्य के वैशाली जिला के सलहा पंचायत में हुआ। उनके घर की आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं थी इसलिए उनके घर में इनसे पहले कोई भी ज्यादा पढ़ाई पूरी नहीं कर पाते थे।   नाम विपिन कुमार राय पिता जी का नाम रामनरेश राय माता जी का नाम ज्ञात नहीं  जन्म तिथि 15-06-1991 जन्म स्थान महमदपुर (वैशाली) जिला वैशाली (बिहार) शैक्षणिक योग्यता इंटरमीडिएट विवाह 2012 पत्नी का नाम शालू यादव  ...

जेल में पढ़कर पास की BPSC परीक्षा, हथकड़ी लगे हाथों से लिया ज्वाइनिंग लेटर; रचा नया इतिहास!

 हथकड़ी में सफलता! जेल में पढ़कर पास की BPSC परीक्षा, ज्वाइनिंग लेते ही रचा नया इतिहास  पटना: मेहनत और हौसले के आगे कोई भी दीवार बड़ी नहीं होती—इस कहावत को बिहार के बिपिन कुमार ने सच कर दिखाया है। बेऊर जेल में बंद इस कैदी ने ऐसा करिश्मा किया, जिसे सुनकर हर कोई दंग रह गया। जेल की सलाखों के पीछे रहकर उन्होंने BPSC परीक्षा पास की और अब हथकड़ी लगे हाथों से शिक्षक पद के लिए ज्वाइनिंग लेटर प्राप्त किया। कैसे बनी ये अनोखी कहानी? गया जिले के मोहनपुर थाना क्षेत्र के एरकी गांव के निवासी बिपिन कुमार पर पोक्सो एक्ट के तहत मामला दर्ज है और वह पिछले डेढ़ साल से जेल में हैं। लेकिन उन्होंने अपनी हालातों को कभी अपनी कमजोरी नहीं बनने दिया। जेल में ही पढ़ाई जारी रखी और आखिरकार BPSC शिक्षक भर्ती परीक्षा पास कर ली। रविवार को जब बोधगया के महाबोधि कन्वेंशन सेंटर में ज्वाइनिंग लेटर वितरण समारोह आयोजित हुआ, तो हथकड़ी लगे हाथों से बिपिन कुमार ने ज्वाइनिंग लेटर लिया। यह दृश्य देखने वालों के लिए हैरान करने वाला था। क्या उनकी नौकरी सुरक्षित रहेगी?  हालांकि, उनकी नियुक्ति फिलहाल औपबंधिक (Provisional) ...

बिहार के गांव के लड़के ने रचा इतिहास: बना जूनियर वैज्ञानिक, मिली बड़ी उपलब्धि!

बिहार के गांवों में छिपी प्रतिभाओं ने एक बार फिर से अपनी काबिलियत का लोहा मनवाया है। एक साधारण परिवार से आने वाले इस होनहार लड़के ने अपनी मेहनत और लगन से ऐसा कारनामा कर दिखाया, जो दूसरों के लिए प्रेरणा बन गया है। इस प्रतिभाशाली छात्र को जूनियर वैज्ञानिक के तौर पर बड़ी पहचान मिली है। ग्रामीण परिवेश में सीमित संसाधनों के बावजूद इतनी बड़ी सफलता हासिल करना युवाओं के लिए प्रेरणादायक है। दिव्यांशु भूषण की यह उपलब्धि उन छात्रों के लिए एक प्रेरणा है, जो बड़े सपने देखते हैं और कठिन परिश्रम से उन्हें पूरा करने की कोशिश करते हैं। उनके माता-पिता का गर्व स्वाभाविक है, और क्षेत्र के लोग भी उनकी इस सफलता से गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं। प्रेरणा देने वाली कहानी यह लड़का बिहार के एक छोटे से गांव का रहने वाला है, जो समस्तीपुर जिला के विद्यापति नगर प्रखंड के बाजीतपुर गांव का सुदूर क्षेत्र है। जहां न तो तकनीक की भरमार है और न ही उच्च शिक्षा के साधन। बावजूद इसके, उसने अपनी पढ़ाई और वैज्ञानिक अनुसंधान में रुचि से यह मुकाम हासिल किया। सीमित संसाधनों के बावजूद उसने विज्ञान और तकनीक में गहरी रुचि दिखाई। जू...