सीधे मुख्य सामग्री पर जाएं

IPL की शुरूआत करने वाले ललित मोदी के साथ क्या हुआ? Lalit Modi the rise and fall!

IPL का नया सीज़न हर साल आता है। और हर बार की तरह इस आईपीएल में भी खूब सारे रुपए लगे हुए हैं। साल 2008 में शुरू हुई इंडियन प्रीमियर लीग की आज जो ब्रांड वैल्यू है वो है $4.7 बिलियन डॉलर यानी इंडियन रूपए में ₹3,59,86,96,00,000.00 हो जाते हैं। इस लीग में टाटा अंबानी से लेकर बड़े बड़े एक्टर्स तक इस लीग में अपना रूपया लगा रखा है।

                       Image source-google

    लेकिन क्या लोग जानते हैं कि इस ipl ( इंडियन प्रीमियर लीग ) को शुरू करने वाले ललित मोदी आज कहां हैं; और क्यों उन्हें अपने ही शुरू किए ipl को छोड़ कर लंदन में भागना पड़ा? तो आईए जानते हैं, ललित मोदी और उसके पूरे स्कैम की कहानी। ललित मोदी के उस स्कैम समझने के लिए पहले ये जानना जरूरी है कि ललित मोदी है कौन?

ललित मोदी के बारे में: ललित मोदी दिल्ली के जाने माने बिजनेस मैन हैं। उनके पिता का नाम कृष्णा मोदी है, जो पेशे से बिजनेस मैन हैं उनकी कम्पनी गॉडफ्रे फिलिप्स इण्डिया लिमिटेड  अगर आप इसके बारे में नहीं जानते हैं तो आपको बता दें कि यह टबैको कम्पनी है जो पीने वाली सिगरेट बनाती है। इस कम्पनी में कुछ दिन काम करने के बाद ललित मोदी ने अपनी नई कम्पनी में मोदी इंटरटेनमेंट नेटवर्क (MEN) नाम की कम्पनी बनाईं। इस कम्पनी ने कई विदेशी कंपनी के साथ टाइअप किया और इंडिया में उसकी डिस्ट्रीब्यूटर पार्टनर बन गया इस दौरान कई स्पोर्ट्स चैनल ने ललित मोदी के कम्पनी के साथ 8 से 10 साल के लिए हाथ मिलाया। ललित मोदी बड़ी तेजी से आगे बढ़ रहे थे। स्पोर्ट्स चैनल के साथ काम करते हुए ललित मोदी को पता चला कि इंडिया में क्रिकेट  की फैन फ्लोइंग बहुत है। ललित मोदी को आईपीएल का आईडिया अमेरिकी में NBA जैसी लीग को देख कर आया था; जो कि एक प्राइवेट लीग था। इसी से ललित मोदी को इण्डिया में ipl ( इंडियन प्रीमियर लीग ) का आईडिया आया और इसे वो इण्डिया में शुरू करना चाहते थे। क्योंकि ललित मोदी को ये समझ में आ गया था कि वो इस आईडिया से इण्डिया के सबसे अमीर व्यक्ति बन सकते हैं। लेकिन ये सब इतना आसान नहीं था क्योंकी जब वे 1995 में अपना ये आईडिया लेकर BCCI के पास गए तो उन्होंने इसे रिजेक्ट कर दिया।
                   Image source-google

 लेकिन ललित मोदी हार नहीं माने क्योंकि वो इस लीग से होने वाले कमाई को जानते थे। लेकिन ये तब तक संभव नहीं था जब तक की वो किसी क्रिकेट एसोसिएशन का हिस्सा नहीं बन जाते हैं। ऐसे में उन्होंने अपने पावर और कॉन्टैक्ट्स का इस्तेमाल करके वो हिमचल क्रिकेट एसोसिएशन से जुड़ते हैं फिर पंजाब क्रिकेट एसोसिएशन से।
2005 का साल आता जहां पर ललीत मोदी को BCCI का उपाध्यक्ष बनाया जाता है। अब उनके लिए ipl का प्रॉजेक्ट पास करवाना आसान हो गया था; और इस तरह से साल 2008 में इंडियन प्रीमियर लीग ( ipl) की शुरूआत होती है। अपने पहले ही साल में आईपीएल अच्छे मार्केटिंग के सफल हो गया।
   हालांकि ललीत मोदी का असली गेम अभी नहीं शुरू हुआ था। साल 2010 में आईपीएल के दो नए टीम के लिए टेंडर निकली कोच्चि टस्कर्स और केरला के टीम के लिए। मार्च 2010 में,  Rendezvous Sports World जिसकी ऑनर सुनंदा पुष्कर थी। जो डील कॉन्फिंडेंसिअल थी। लेकिन जिसके बारे में ललित मोदी ने ट्विटर ट्विट कर देते हैं यही उनकी सबसे बड़ी गलती साबित होती है। और उसके बाद उन पर भ्रष्टाचार के आरोप लगने शुरू हो जाते हैं। पहले उन्हें आईपीएल के चेयरमैन पद से हटाया गया और फिर BCCI के वाइस प्रेसिडेंट पद से हटाया गया। BCCI ने ललीत मोदी पर 22अलग अलग आरोप लगाए गए हैं। जिसके बाद एनफोर्समेंट डिपार्टमेंट भी इस जांच में शामिल हो गए। मनी लांड्रिंग जैसे गम्भीर आरोप उन पर लगाए गए।  
                          Image source-google
   ललीत मोदी पर आरोप लगा की उन्होंने अलग अलग तरीके के डील से आईपीएल में  करोड़ों अरबों रुपए बनाए हैं। विदेशों में प्रॉपर्टी खरीदी है। वैसे तो उन पर बहुत सारे आरोप लगाए गए लेकिन सबसे बड़ा आरोप वर्ल्ड स्पोर्ट्स ग्रुप और उनके बीच हुए डील्स को लेकर के। साल 2008 में BCCI ने वर्ल्ड स्पोर्ट्स ग्रुप को मीडिया राइट्स दिए थे। जो स्पोर्ट्स ग्रुप ने सोनी को बेच दिए और यह डील ₹425 करोड़ रूपए सोनी और वर्ल्ड स्पोर्ट्स ग्रुप के बीच में हुए थे। जिनमें से 125 करोड़ ललीत मोदी को मिले थे। लेकिन बॉम्बे हाईकोर्ट ने बाद में इस केस में ललीत मोदी को क्लीन चिट दे दिया था।
   वहीं साल 2009 में BCCI ने आरबीआई के बिना इजाज़त के साउथ अफ्रीका क्रिक्रेट को ₹243 करोड़ रूपए आईपीएल के लिए दे दिए। जिसके चलते BCCI के पूर्व चेयरमैन एम श्री निवाशन और ललीत मोदी को एनफोर्समेंट डिपार्टमेंट ने ₹121 करोड़ रूपए जुर्माने के रुप में लगाए।
    लेकिन एनफोर्समेंट डिपार्टमेंट या कोई अन्य ललीत मोदी पर करवाई करता उससे पहले ललीत मोदी लंदन भाग गए। साल 2015 में उनपर इंडिया में नॉन वेलेबल वारंट जारी कर दिया गया। लेकिन उससे भी ललीत मोदी पर कोई असर नहीं पड़ा। आज भी वो लंदन में अपनी जिंदगी बिता रहे हैं। ललीत मोदी ने आईपीएल के दौरान ₹400 करोड़ रूपए से अधिक का स्कैम किया लेकिन उनमें से अधिकांश मामलों में ललीत मोदी को क्लीन चिट मिल गया है; कुछ केस अभी उन पर अभी कोर्ट में तक चल रहे हैं।

दी गई जानकारी अच्छी लगी तो तुरंत शेयर करें!


इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

कौन हैं Math's Masti वाले शिक्षक से यूट्यूबर और फिर ग्राम प्रधान बनें विपिन सर? जीवनी, आयु, वेतन, प्रेमिका पत्नी, और अधिक

Image source-google    विपिन सर (मैथ्स मस्ती) की जीवनी विपिन सर एक गणित शिक्षक , यूट्यूबर और वर्तमान में अपने ग्राम पंचायत के ग्राम प्रधान ( मुखिया ) भी हैं। वह एक कड़ी मेहनत और सिर्फ़ कड़ी मेहनत का एक आदर्श उदाहरण हैं जो आज हजारों नहीं बल्की लाखों युवाओं के मेंटर भी हैं। वह यूटयूब पर भारत का नंबर एक गणित शिक्षक हैं। यूटयूब पर मैथ्स मस्ती नाम पढ़ाते हुए मशहूर हुए। इसके अलावा अपने अच्छे कामों के वजह से इतने लोकप्रिय हुए की उनके ग्राम के लोगों ने उन्हें अपने पंचायत के मुखिया तक चुन लिया।      विपिन सर (मैथ्स मस्ती) का बचपन  वे एक ऐसे व्यक्ति हैं जो बहुत ही गरीब परिवार में बिहार राज्य के वैशाली जिला के सलहा पंचायत में हुआ। उनके घर की आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं थी इसलिए उनके घर में इनसे पहले कोई भी ज्यादा पढ़ाई पूरी नहीं कर पाते थे।   नाम विपिन कुमार राय पिता जी का नाम रामनरेश राय माता जी का नाम ज्ञात नहीं  जन्म तिथि 15-06-1991 जन्म स्थान महमदपुर (वैशाली) जिला वैशाली (बिहार) शैक्षणिक योग्यता इंटरमीडिएट विवाह 2012 पत्नी का नाम शालू यादव  ...

जेल में पढ़कर पास की BPSC परीक्षा, हथकड़ी लगे हाथों से लिया ज्वाइनिंग लेटर; रचा नया इतिहास!

 हथकड़ी में सफलता! जेल में पढ़कर पास की BPSC परीक्षा, ज्वाइनिंग लेते ही रचा नया इतिहास  पटना: मेहनत और हौसले के आगे कोई भी दीवार बड़ी नहीं होती—इस कहावत को बिहार के बिपिन कुमार ने सच कर दिखाया है। बेऊर जेल में बंद इस कैदी ने ऐसा करिश्मा किया, जिसे सुनकर हर कोई दंग रह गया। जेल की सलाखों के पीछे रहकर उन्होंने BPSC परीक्षा पास की और अब हथकड़ी लगे हाथों से शिक्षक पद के लिए ज्वाइनिंग लेटर प्राप्त किया। कैसे बनी ये अनोखी कहानी? गया जिले के मोहनपुर थाना क्षेत्र के एरकी गांव के निवासी बिपिन कुमार पर पोक्सो एक्ट के तहत मामला दर्ज है और वह पिछले डेढ़ साल से जेल में हैं। लेकिन उन्होंने अपनी हालातों को कभी अपनी कमजोरी नहीं बनने दिया। जेल में ही पढ़ाई जारी रखी और आखिरकार BPSC शिक्षक भर्ती परीक्षा पास कर ली। रविवार को जब बोधगया के महाबोधि कन्वेंशन सेंटर में ज्वाइनिंग लेटर वितरण समारोह आयोजित हुआ, तो हथकड़ी लगे हाथों से बिपिन कुमार ने ज्वाइनिंग लेटर लिया। यह दृश्य देखने वालों के लिए हैरान करने वाला था। क्या उनकी नौकरी सुरक्षित रहेगी?  हालांकि, उनकी नियुक्ति फिलहाल औपबंधिक (Provisional) ...

बिहार के गांव के लड़के ने रचा इतिहास: बना जूनियर वैज्ञानिक, मिली बड़ी उपलब्धि!

बिहार के गांवों में छिपी प्रतिभाओं ने एक बार फिर से अपनी काबिलियत का लोहा मनवाया है। एक साधारण परिवार से आने वाले इस होनहार लड़के ने अपनी मेहनत और लगन से ऐसा कारनामा कर दिखाया, जो दूसरों के लिए प्रेरणा बन गया है। इस प्रतिभाशाली छात्र को जूनियर वैज्ञानिक के तौर पर बड़ी पहचान मिली है। ग्रामीण परिवेश में सीमित संसाधनों के बावजूद इतनी बड़ी सफलता हासिल करना युवाओं के लिए प्रेरणादायक है। दिव्यांशु भूषण की यह उपलब्धि उन छात्रों के लिए एक प्रेरणा है, जो बड़े सपने देखते हैं और कठिन परिश्रम से उन्हें पूरा करने की कोशिश करते हैं। उनके माता-पिता का गर्व स्वाभाविक है, और क्षेत्र के लोग भी उनकी इस सफलता से गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं। प्रेरणा देने वाली कहानी यह लड़का बिहार के एक छोटे से गांव का रहने वाला है, जो समस्तीपुर जिला के विद्यापति नगर प्रखंड के बाजीतपुर गांव का सुदूर क्षेत्र है। जहां न तो तकनीक की भरमार है और न ही उच्च शिक्षा के साधन। बावजूद इसके, उसने अपनी पढ़ाई और वैज्ञानिक अनुसंधान में रुचि से यह मुकाम हासिल किया। सीमित संसाधनों के बावजूद उसने विज्ञान और तकनीक में गहरी रुचि दिखाई। जू...