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फोल्डेबल फोन महंगे क्यों हैं? आईफोन से भी ज्यादा

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ये फोल्डेबल फोन इतने महंगे क्यों होते हैं? आपको पता है जितने भी स्मार्टफोन आ रहे हैं मार्केट में फुल स्क्रीन वाले सब सस्ते आ रहें हैं; लेकिन आप देखेंगे कि फोल्डेबल फोन की शुरूआत ही $1000 डॉलर से है। यानी इंडियन रूपए में लगभग ₹ 77,000 रूपये । सबसे सस्ते फोल्डेबल स्मार्टफोन की कीमत $899 डॉलर  के हैं यानि तकरीबन ₹70,000 रूपये।  इससे कम का फोल्डेबल स्मार्टफोन आता हीं नहीं है तो क्यों नहीं आता; आइए जानते हैं की फोल्डेबल फोन की टेक्नोलॉजी इतनी ज्यादा महंगी क्यों है?
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सबसे पहले मैं आपको एक बात दूं कि सुनने में आ रहा है कि आनेवाले दिनों में फोल्डेबल स्मार्टफोन ₹50,000 रूपये के आस पास आने वाले है; लेकिन बहुत सारे लोगों के लिए इतने रूपये भी सस्ते नहीं होते। ₹,50,000 रूपये सस्ते नहीं होते पचास हजार रुपए का मतलब होता है आधा लाख रुपए हो जाते हैं।

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फोल्डेबल स्मार्टफोन इतने महंगे क्यों है?

 फोल्डेबल स्मार्टफोन काफी ज्यादा ट्रेंडिंग में है। साथ ही इसको बनाने में बहुत सारे पैसे और बहुत सारे टैस्टिंग लगती है। देखिए बहुत दिनों से हमारे LCD स्क्रीन, टीएफटी स्क्रीन वाले स्मार्टफोन आ रहे थे, अब एमोल्ड और ओलेड सब धीरे धीरे आ रहे हैं। पहली जो टेक्नोलॉजी आई थी वह एलसीडी स्क्रीन और टीफीटी स्क्रीन आई थी।

 अब जो फोल्डेबल फोन आते हैं थोड़े न एलसीडी टेक्नोलॉजीऔर TFT स्क्रीन पर आएंगे। अब तो OLED और p- OLED और रेटीना टेक्नोलॉजी पर काम करते हैं। 

       अब ये जो टेक्नोलॉजी है वो अभी काफी महंगी है। आपको पता है कि अगर आपके फ़ोन में LCD स्क्रीन और TFT स्क्रीन लगे हैं तो ये बहुत ही सस्ते होते हैं।

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लेकिन आपके फ़ोन में अगर OLED,poled और रेटीना डिस्प्ले यानी आईफोन के जो स्क्रीन है तो वह काफी महंगे होते हैं; क्योंकि इनके कलर अच्छे होते हैं , इनके डिस्प्ले क्वाड क्वॉलिटी काफी अच्छे होते हैं। अब ये पहले से मॉडर्न टेक्नोलॉजी है और इसको फोल्डेबल बनाना बहुत बड़ी बात है। जो नए नए फोल्डेब्ल फोन आए थे सैमसंग के फ्लिप वाले आए थे, उसमें भी कमी थी। मतलब उनको ज्यादा खोल बंद करने से उनके निशान जैसे पड़ जाते थे। उसके हेंजेश उतने सही नहीं बने थे। टेक्नोलॉजी आ तो गई है लेकिन इसमें अभी भी बहुत सारे काम बाक़ी है, कंज्यूमर्स के हिसाब से क्योंकि आप मानेंगे नहीं की आप दिनभर में हज़ार बार खोल लेते हैं।

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साथ में ये फोन काफी लिमिटेड मात्रा में बनती है क्योंकि इसका पहला कारण है ग्लोबल चिप की कमी। दूसरा कारण है कि इसे बनाना काफी कॉम्प्लेक्स है। जिसके कारण भी यह कम बन रही होती है और जो चीजें कम मैग्निफैक्चर होती है उसकी कीमत बढ़ जाती है। ये वजह है कि फोल्डेबल स्मार्टफोन सस्ते नहीं होते और आगे आने वाले समय में भी ये इतने सस्ते नहीं होने वाले हैं; जितने आप उम्मीद कर रहे होंगे की ₹10,000 रूपये में मिल जाएंगे। ये टेक्नोलॉजी दस हजार रुपए में बिकने वाली नहीं है।

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