सीधे मुख्य सामग्री पर जाएं

बिहार में जवानों के लिए लिक्विड रखने का क्या है कानून?

 Bihar New Liquor Law:बिहार राज्य सरकार के शराबबंदी कानून, आलोचनाओं का सामना करना पड़ रहा है; क्योंकि सरकार ने राज्य को ड्राई स्टेट घोषित कर रखा है। जबकि आए दिन शराब पीकर मरने वालों की ख़बर जानने को मिलती रहती है। बिहार सरकार ने कुछ दिन पहले राज्य विधानसभा में निषेध और उत्पाद शुल्क (संशोधन) विधेयक 2022 पेश किया, जिसमें पहली बार अपराधियों को छूट देने के लिए मौजूदा कानून में कुछ संशोधनों का प्रावधान किया गया है।  राज्य के शराबबंदी और आबकारी मंत्री सुनील कुमार द्वारा पेश किए गए विधेयक को ध्वनि मत से पारित कर दिया गया। बिहार में जवानों के लिए लिक्विड रखना गलत माना गया है।  लेकिन छावनी क्षेत्र और मिलिट्री स्टेशन को शराब स्टॉक करने की अनुमति होगी। 

                       Image source-google

छावनी एरिया में शराबबंदी कानून नहीं

इसके अलावा छावनी क्षेत्र और मिलिट्री स्टेशन में शराब स्टॉक और उपभोग करने की अनुमति दी जाएगी। मगर कैंटोनमेंट एरिया से बाहर किसी भी कार्यरत या रिटायर सैन्य अधिकारी को शराब सेवन की अनुमति नहीं दी जाएगी। नियमों के मुताबिक इथेनॉल प्रोडक्शन करने वाली अनाज आधारित डिस्टलरी की गतिविधि 24 घंटे सीसीटीवी कैमरे की निगरानी में रहेगी। इसके अलावा सरकार ने ये फैसला लिया कि मादक द्रव्य से जो वाहन लदे होंगे, उन्हें राज्य सीमा में घोषित चेकपोस्ट से ही आने-जाने की अनुमति दी जाएगी। ऐसे वाहनों के लिए 24 घंटे के अंदर राज्य की सीमा से बाहर निकलना जरूरी होगा।

फ्लैक बेहतर कानून के लिए मार्ग प्रशस्त करता है

 पहली बार अपराधियों के लिए

पहली बार अपराधियों को न्यायिक हिरासत में नहीं भेजा जाएगा, मामलों की सुनवाई कार्यपालक मजिस्ट्रेट करेंगे

जुर्माने का भुगतान न करने पर अपराधी को एक महीने के लिए जेल में डाल दिया जाएगा; बाद में सरकार द्वारा तय की जाने वाली जुर्माना राशिजब्त किए गए वाहनों को जुर्माना अदा करने के बाद छोड़ा जा सकता है ।अवैध व्यापार को जड़ से खत्म करने के लिए

आदतन अपराधियों और शराब के अवैध व्यापार में शामिल लोगों के लिए कठोर सजा

 संगठित अपराध - शराब की बिक्री को बिहार निषेध और उत्पाद शुल्क अधिनियम 2016 की एक नई जोड़ी गई उप-धारा के साथ 'संगठित अपराध' माना जाएगा।

जिला मजिस्ट्रेट को अधिक अधिकार

बिहार मद्य निषेध एवं आबकारी अधिनियम 2016 में लाए गए नए बदलाव अब जिलाधिकारियों को शराब या शराब बनाने के लिए प्रयुक्त कच्चे माल को नष्ट करने का आदेश देने का अधिकार देते हैं।

दी गई जानकारी अच्छी लगी तो तुरंत शेयर करें!


इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

कौन हैं Math's Masti वाले शिक्षक से यूट्यूबर और फिर ग्राम प्रधान बनें विपिन सर? जीवनी, आयु, वेतन, प्रेमिका पत्नी, और अधिक

Image source-google    विपिन सर (मैथ्स मस्ती) की जीवनी विपिन सर एक गणित शिक्षक , यूट्यूबर और वर्तमान में अपने ग्राम पंचायत के ग्राम प्रधान ( मुखिया ) भी हैं। वह एक कड़ी मेहनत और सिर्फ़ कड़ी मेहनत का एक आदर्श उदाहरण हैं जो आज हजारों नहीं बल्की लाखों युवाओं के मेंटर भी हैं। वह यूटयूब पर भारत का नंबर एक गणित शिक्षक हैं। यूटयूब पर मैथ्स मस्ती नाम पढ़ाते हुए मशहूर हुए। इसके अलावा अपने अच्छे कामों के वजह से इतने लोकप्रिय हुए की उनके ग्राम के लोगों ने उन्हें अपने पंचायत के मुखिया तक चुन लिया।      विपिन सर (मैथ्स मस्ती) का बचपन  वे एक ऐसे व्यक्ति हैं जो बहुत ही गरीब परिवार में बिहार राज्य के वैशाली जिला के सलहा पंचायत में हुआ। उनके घर की आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं थी इसलिए उनके घर में इनसे पहले कोई भी ज्यादा पढ़ाई पूरी नहीं कर पाते थे।   नाम विपिन कुमार राय पिता जी का नाम रामनरेश राय माता जी का नाम ज्ञात नहीं  जन्म तिथि 15-06-1991 जन्म स्थान महमदपुर (वैशाली) जिला वैशाली (बिहार) शैक्षणिक योग्यता इंटरमीडिएट विवाह 2012 पत्नी का नाम शालू यादव  ...

जेल में पढ़कर पास की BPSC परीक्षा, हथकड़ी लगे हाथों से लिया ज्वाइनिंग लेटर; रचा नया इतिहास!

 हथकड़ी में सफलता! जेल में पढ़कर पास की BPSC परीक्षा, ज्वाइनिंग लेते ही रचा नया इतिहास  पटना: मेहनत और हौसले के आगे कोई भी दीवार बड़ी नहीं होती—इस कहावत को बिहार के बिपिन कुमार ने सच कर दिखाया है। बेऊर जेल में बंद इस कैदी ने ऐसा करिश्मा किया, जिसे सुनकर हर कोई दंग रह गया। जेल की सलाखों के पीछे रहकर उन्होंने BPSC परीक्षा पास की और अब हथकड़ी लगे हाथों से शिक्षक पद के लिए ज्वाइनिंग लेटर प्राप्त किया। कैसे बनी ये अनोखी कहानी? गया जिले के मोहनपुर थाना क्षेत्र के एरकी गांव के निवासी बिपिन कुमार पर पोक्सो एक्ट के तहत मामला दर्ज है और वह पिछले डेढ़ साल से जेल में हैं। लेकिन उन्होंने अपनी हालातों को कभी अपनी कमजोरी नहीं बनने दिया। जेल में ही पढ़ाई जारी रखी और आखिरकार BPSC शिक्षक भर्ती परीक्षा पास कर ली। रविवार को जब बोधगया के महाबोधि कन्वेंशन सेंटर में ज्वाइनिंग लेटर वितरण समारोह आयोजित हुआ, तो हथकड़ी लगे हाथों से बिपिन कुमार ने ज्वाइनिंग लेटर लिया। यह दृश्य देखने वालों के लिए हैरान करने वाला था। क्या उनकी नौकरी सुरक्षित रहेगी?  हालांकि, उनकी नियुक्ति फिलहाल औपबंधिक (Provisional) ...

बिहार के गांव के लड़के ने रचा इतिहास: बना जूनियर वैज्ञानिक, मिली बड़ी उपलब्धि!

बिहार के गांवों में छिपी प्रतिभाओं ने एक बार फिर से अपनी काबिलियत का लोहा मनवाया है। एक साधारण परिवार से आने वाले इस होनहार लड़के ने अपनी मेहनत और लगन से ऐसा कारनामा कर दिखाया, जो दूसरों के लिए प्रेरणा बन गया है। इस प्रतिभाशाली छात्र को जूनियर वैज्ञानिक के तौर पर बड़ी पहचान मिली है। ग्रामीण परिवेश में सीमित संसाधनों के बावजूद इतनी बड़ी सफलता हासिल करना युवाओं के लिए प्रेरणादायक है। दिव्यांशु भूषण की यह उपलब्धि उन छात्रों के लिए एक प्रेरणा है, जो बड़े सपने देखते हैं और कठिन परिश्रम से उन्हें पूरा करने की कोशिश करते हैं। उनके माता-पिता का गर्व स्वाभाविक है, और क्षेत्र के लोग भी उनकी इस सफलता से गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं। प्रेरणा देने वाली कहानी यह लड़का बिहार के एक छोटे से गांव का रहने वाला है, जो समस्तीपुर जिला के विद्यापति नगर प्रखंड के बाजीतपुर गांव का सुदूर क्षेत्र है। जहां न तो तकनीक की भरमार है और न ही उच्च शिक्षा के साधन। बावजूद इसके, उसने अपनी पढ़ाई और वैज्ञानिक अनुसंधान में रुचि से यह मुकाम हासिल किया। सीमित संसाधनों के बावजूद उसने विज्ञान और तकनीक में गहरी रुचि दिखाई। जू...