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अकबर महान था या शैतान ? आप कैसे कह सकते हैं अकबर क्या था?

 अकबर महान था या शैतान था?  जलालउद्दीन मोहम्मद अकबर का जन्म 1542 ईस्वी में हुआ था। अकबर हुमायूं का बेटा थे और जहांगीर का पिता थे। ये तीसरे मुगल शासक थे। सबसे सफल शासक रहे पुरे मुगल शासक के दौरान। बचपन में इनके पिता इनके साथ नहीं रह पाए थे। बचपन से अकबर अनपढ़ थे उन्हें शिक्षा नहीं मिल पाई थी। लेकिन अकबर के पास 24,000 किताबों की एक लाइब्रेरी थी। जिसे पढ़ाने के लिए अकबर अलग अलग लोगों को रख रखा था। जिन्हें शाम के वक्त वे लोग इन्हें बताया करते थे। अकबर ने अपने पुरे जीवन में 24 हज़ार अलग तरह की किताबों का ज्ञान प्राप्त किया और अपने शासन के दौरान इसका फायदा भी अकबर को हुआ। क्योंकि अनपढ़ होते हुए भी अकबर ने अपने शासन काल में सबसे ज्यादा रियासत अलग अलग प्लान से जीत कर दिखलाया। 

अकबर की युद्ध का तरीका था कि पहले वो युद्ध में सामने वाले से जीतता था बाद में उसका दिल जीतने के लिए उसके राज्य कुछ शर्त के साथ लौटा देता था।अ कबर जो भी राज्य युद्ध में जीतता था। वो राज्य जीतने के बाद अधिकतर फिर लौटा देता था लेकिन कुछ शर्त के साथ शर्त ये हुआ करता था कि आप अपना राज्य चलाओ लेकिन आपको टैक्स देना होगा। जब भी युद्ध होगा तो मेरी तरफ से अपनी सेना भेजना होगा। और कुछ राज्यों को जीतने के बाद वहां से वैवाहिक संबंध भी बनाए । ताकि दिल्ली में बैठकर अपनी ताकत बढ़ा पाए। ये हिदुस्तानियों को अपना दोस्त बनाता था। इसका मानना था कि बाहरी को हिन्दुस्तान पर कोई हक नहीं है कि यहां से कुछ लूटकर बाहर निकल जाए। ये ऐसा सोचता था कि यहीं के लोगों के साथ मिलकर काम करेंगे तो बाहरी हमलावर नहीं आ सकते हैं। 

पुरे मुगल काल में अकबर ऐसा पहला शासक था जो कि हिंदुओं को अपने नवरत्न बनाए। राजा मान सिंह,  तानसेन, राजा बीरबल, राजा टोडरमल । ये सभी हिन्दुओं को अपनी मंत्री बनाए। अकबर के शासन काल में एक खासियत थी कि आपको धर्म बदलने के लिए मजबूर नहीं किया। अगर आप इस्लाम में आना चाहते हैं तो स्वागत है , आप इस्लाम छोड़ के जाना चाहते हो बधाई हो। अकबर ने तो एक धर्म की स्थापना किया जिसका नाम दीन ए ईलाही था जिसका मतलब था कि सभी धर्म के लोग समान है।  इसने एक इबादत खाना की स्थापना की जहां पर सभी धर्म के लोग अपने अपने रीति रिवाज से अपनी पूजा किया करते थे। मुगल साम्राज्य में अकबर को हीरो बोला जाता है और औरंगज़ेब को विलन बोला जाता है क्योंकि अकबर ने अपने पिता के लिए हुमायूं टॉम्ब बनवाया; जबकि औरंगजेब ने अपने पिता शाहजहां को जेल में डाल दिया। अकबर ने तीर्थ यात्रा कर हटा दिया; जबकि औरंगजेब ने फिर से तीर्थ यात्रा कर शुरू कर दिया। अकबर ने  जजिया कर हटा दिया; जबकि औरंगजेब ने जजिया कर को फिर से लगा दिया। जजिया कर वो कर था जो कि गैर मुस्लिमों से लिया जाता था, यानि हिंदुओं से लिया जाता था। अकबर समान रूप से टैक्स लेता था; जबकि औरंगजेब ने नियम लगाया कि अगर आप मुस्लिम हैं ढाई परसेंट टैक्स दो और अगर हिन्दू हो तो 5 परसेंट टैक्स दो।

अकबर के शासन काल में खुश रहने के लिए आपको हिंदू या मुसलमान होना जरूरी नहीं था। लेकिन औरंगज़ेब के  शासन काल में अगर आप मुस्लिम नहीं है तो आपको मार दूंगा , आपके मंदिर तोड़ दूंगा। 

अकबर ने अपने शासन काल में सत्ती प्रथा को समाप्त किय। दास प्रथा को समाप्त किया। दास प्रथा में औरतों को हराम में डाल दिया जाता था जिसमें उसका बलात्कार किया जाता था। और उसके पति को दास बना कर रखा जाता था। इतिहास में दो शासक को ही महान बताया गया है एक अशोक महान और दूसरा अकबर महान। वैसे आप कॉमेंट करके बताएं कि अकबर को आप महान था या शैतान!

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