सीधे मुख्य सामग्री पर जाएं

हिंदी भाषा को लेकर भीड़ गए Ajay Devgan और साउथ के एक्टर Kiccha Sudeep से, जानें हिंदी को लेकर क्यों भीड़ गए अजय देवगन

जहां आज के समय में साउथ इंडियन फिल्में बॉलीवुड की फिल्मों पर बिजनेस के प्वाइंट ऑफ व्यू से देखें तो भारी पड़ रही है। हाल ही में रिलीज हुई साउथ इंडियन फिल्में फिर चाहे पुष्पा राज , RRR या KGF chapter 2 ये सभी साउथ इंडियन फिल्में हाल ही में रिलीज बॉलीवुड फिल्म चाहे रणवीर सिंह की 83 , अक्षय कुमार की बच्चन पाण्डे हो या फिर शाहिद कपूर की जर्सी सब पे भारी परी है। 

                       Image source-google

     ऐसे में हालिया विवाद हिंदी भाषा को लेकर Ajay Devgan और साउथ के एक्टर Kiccha Sudeep के बीच जो हुई है एक नया ही बखेड़ा खड़ा कर दिया है। दरअसल विवाद की शुरुआत किच्छा सुदीप के हालिया इंटरव्यू में हिन्दी भाषा को लेकर कही बात को लेकर शुरू हुई। दरअसल सुदीप ने कहर कि 'हिंदी अब राष्ट्रभाषा नहीं है'।

क्यों छिड़ी है बहस: साउथ इंडियन एक्टर किच्छा सुदीप के बात के बाद बॉलीवुड अभिनेता अजय देवगन का ट्विट आता है

             Image source-twitter
."@KicchaSudeep मेरे भाई,आपके अनुसार अगर हिंदी हमारी राष्ट्रीय भाषा नहीं है तो आप अपनी मातृभाषा की फ़िल्मों को हिंदी में डब करके क्यूँ रिलीज़ करते हैं? 

हिंदी हमारी मातृभाषा और राष्ट्रीय भाषा थी, है और हमेशा रहेगी। जन गण मन ।" 

  अजय देवगन के इस ट्विट के बाद साउथ इंडियन एक्टर किच्छा सुदीप के कई ट्विट आते हैं और अजय देवगन को टैग कर लिखते हुए ये सारे ट्विट किया गया होता है। जो की इंग्लिश में है लेकीन हम आपको उसका हिन्दी अनुवाद कर बताते हैं कि वो ट्विट आखिर है क्या?  

                 Image source-twitter

मैं अपने देश की हर भाषा से प्यार और सम्मान करता हूं सर।  मैं चाहता हूं कि यह विषय आराम करे, जैसा कि मैंने पूरी तरह से अलग संदर्भ में पंक्ति को कहा था।

 मच लव और आपको हमेशा शुभकामनाएं।

 आपसे जल्द ही मिलने की उम्मीद है। मैं

इस ट्विट के बाद किच्छा सुदीप का एक और ट्विट आता है कि "और सर @ajaydevgn ,,

 आपके द्वारा हिंदी में भेजे गए txt को मैं समझ गया।  केवल इसलिए कि हम सभी ने हिंदी का सम्मान किया, प्यार किया और सीखा।  कोई अपराध नहीं सर,,, लेकिन सोच रहा था कि अगर मेरी प्रतिक्रिया कन्नड़ में टाइप की गई तो क्या स्थिति होगी। !!

क्या हम भी भारत के नहीं हैं सर। मैं 

                    Image source-twitter
किच्चा सुदीप के इस ट्विट के बाद अजय देवगन का ट्विट आता है।
" Hi @KicchaSudeep, आप एक दोस्त हैं। गलतफहमी दूर करने के लिए धन्यवाद। मैंने हमेशा फिल्म उद्योग को एक के रूप में सोचा है। हम सभी भाषाओं का सम्मान करते हैं और हम उम्मीद करते हैं कि हर कोई हमारी भाषा का भी सम्मान करेगा। शायद, अनुवाद में कुछ खो गया था 🙏 
                     Image source-twitter
माइक्रो ब्लॉगिंग साइट ट्विटर पर अभी अजय देवगन के 15.3 मिलियन से अधिक फॉलोअर्स हैं तो वहीं साउथ इंडियन एक्टर किच्चा सुदीप के 2.7 मिलियन फॉलोअर्स हैं।

आपको क्या लगता है हिन्दी भाषा को लेकर जो हुआ उसमें किसका पक्ष सही है। आप अपने विचार कॉमेंट करके बताएं।

दी गई जानकारी अच्छी लगी तो तुरंत शेयर करें!





इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

कौन हैं Math's Masti वाले शिक्षक से यूट्यूबर और फिर ग्राम प्रधान बनें विपिन सर? जीवनी, आयु, वेतन, प्रेमिका पत्नी, और अधिक

Image source-google    विपिन सर (मैथ्स मस्ती) की जीवनी विपिन सर एक गणित शिक्षक , यूट्यूबर और वर्तमान में अपने ग्राम पंचायत के ग्राम प्रधान ( मुखिया ) भी हैं। वह एक कड़ी मेहनत और सिर्फ़ कड़ी मेहनत का एक आदर्श उदाहरण हैं जो आज हजारों नहीं बल्की लाखों युवाओं के मेंटर भी हैं। वह यूटयूब पर भारत का नंबर एक गणित शिक्षक हैं। यूटयूब पर मैथ्स मस्ती नाम पढ़ाते हुए मशहूर हुए। इसके अलावा अपने अच्छे कामों के वजह से इतने लोकप्रिय हुए की उनके ग्राम के लोगों ने उन्हें अपने पंचायत के मुखिया तक चुन लिया।      विपिन सर (मैथ्स मस्ती) का बचपन  वे एक ऐसे व्यक्ति हैं जो बहुत ही गरीब परिवार में बिहार राज्य के वैशाली जिला के सलहा पंचायत में हुआ। उनके घर की आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं थी इसलिए उनके घर में इनसे पहले कोई भी ज्यादा पढ़ाई पूरी नहीं कर पाते थे।   नाम विपिन कुमार राय पिता जी का नाम रामनरेश राय माता जी का नाम ज्ञात नहीं  जन्म तिथि 15-06-1991 जन्म स्थान महमदपुर (वैशाली) जिला वैशाली (बिहार) शैक्षणिक योग्यता इंटरमीडिएट विवाह 2012 पत्नी का नाम शालू यादव  ...

जेल में पढ़कर पास की BPSC परीक्षा, हथकड़ी लगे हाथों से लिया ज्वाइनिंग लेटर; रचा नया इतिहास!

 हथकड़ी में सफलता! जेल में पढ़कर पास की BPSC परीक्षा, ज्वाइनिंग लेते ही रचा नया इतिहास  पटना: मेहनत और हौसले के आगे कोई भी दीवार बड़ी नहीं होती—इस कहावत को बिहार के बिपिन कुमार ने सच कर दिखाया है। बेऊर जेल में बंद इस कैदी ने ऐसा करिश्मा किया, जिसे सुनकर हर कोई दंग रह गया। जेल की सलाखों के पीछे रहकर उन्होंने BPSC परीक्षा पास की और अब हथकड़ी लगे हाथों से शिक्षक पद के लिए ज्वाइनिंग लेटर प्राप्त किया। कैसे बनी ये अनोखी कहानी? गया जिले के मोहनपुर थाना क्षेत्र के एरकी गांव के निवासी बिपिन कुमार पर पोक्सो एक्ट के तहत मामला दर्ज है और वह पिछले डेढ़ साल से जेल में हैं। लेकिन उन्होंने अपनी हालातों को कभी अपनी कमजोरी नहीं बनने दिया। जेल में ही पढ़ाई जारी रखी और आखिरकार BPSC शिक्षक भर्ती परीक्षा पास कर ली। रविवार को जब बोधगया के महाबोधि कन्वेंशन सेंटर में ज्वाइनिंग लेटर वितरण समारोह आयोजित हुआ, तो हथकड़ी लगे हाथों से बिपिन कुमार ने ज्वाइनिंग लेटर लिया। यह दृश्य देखने वालों के लिए हैरान करने वाला था। क्या उनकी नौकरी सुरक्षित रहेगी?  हालांकि, उनकी नियुक्ति फिलहाल औपबंधिक (Provisional) ...

बिहार के गांव के लड़के ने रचा इतिहास: बना जूनियर वैज्ञानिक, मिली बड़ी उपलब्धि!

बिहार के गांवों में छिपी प्रतिभाओं ने एक बार फिर से अपनी काबिलियत का लोहा मनवाया है। एक साधारण परिवार से आने वाले इस होनहार लड़के ने अपनी मेहनत और लगन से ऐसा कारनामा कर दिखाया, जो दूसरों के लिए प्रेरणा बन गया है। इस प्रतिभाशाली छात्र को जूनियर वैज्ञानिक के तौर पर बड़ी पहचान मिली है। ग्रामीण परिवेश में सीमित संसाधनों के बावजूद इतनी बड़ी सफलता हासिल करना युवाओं के लिए प्रेरणादायक है। दिव्यांशु भूषण की यह उपलब्धि उन छात्रों के लिए एक प्रेरणा है, जो बड़े सपने देखते हैं और कठिन परिश्रम से उन्हें पूरा करने की कोशिश करते हैं। उनके माता-पिता का गर्व स्वाभाविक है, और क्षेत्र के लोग भी उनकी इस सफलता से गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं। प्रेरणा देने वाली कहानी यह लड़का बिहार के एक छोटे से गांव का रहने वाला है, जो समस्तीपुर जिला के विद्यापति नगर प्रखंड के बाजीतपुर गांव का सुदूर क्षेत्र है। जहां न तो तकनीक की भरमार है और न ही उच्च शिक्षा के साधन। बावजूद इसके, उसने अपनी पढ़ाई और वैज्ञानिक अनुसंधान में रुचि से यह मुकाम हासिल किया। सीमित संसाधनों के बावजूद उसने विज्ञान और तकनीक में गहरी रुचि दिखाई। जू...