नवरात्र की शुरुआत 7 अक्टूबर से होगी और 15 अक्टूबर को इस बार विजयदशमी मनाई जाएगी। इस बार मां डोली को अपना वाहन बनाकर धरती पर आएंगी और हाथी पर सवार होकर प्रस्थान करेंगी।
हिंदू धर्म में नवरात्रि का विशेष महत्व होता है। साल में नवरात्रों की संख्या चार होती है, जिनमें दो प्रमुख नवरात्रे — चैत्र नवरात व शारदीय नवरात्र कहलाते हैं, जबकि दो गुप्त नवरात्रि होतीं हैं। नवरात्रि के नौ दिनों में मां दुर्गा के अलग-अलग स्वरूपों की पूजा आराधना की जाती है।इस बार नवरात्र की शुरुआत गुरुवार के दिन से हो रही है। डोली पर आने के वजह से इसका फलाफल अच्छा नहीं माना जा रहा है।
इस बार नवरात्र में षष्ठी तिथी की क्षय है। यानी माता की पूजा करने वाले भक्त आठ दिन ही पूजा कर सकेंगे। इस बार 11 तारीख को हीं पंचमी और षष्ठी की पूजा होगी।
महत्वपूर्ण तिथियां - 7 अक्टूबर को कलश स्थापना शुभ मुहूर्त सुबह 6.30 बजे से 10.30 बजे तक शुभ मुहूर्त हैं।12 अक्टूबर को पट खुलेगी। 13 को महाअष्ठमी वर्त। 14 अक्टूबर को महानवमी एवम 15 अक्टूबर को विजयदशमी और देवी मां का विसर्जन।